बंदी की इलाज के दौरान मौत, विरोध में ग्रामीणों ने किया सड़क जाम
धरणीपट्टी पश्चिमी पंचायत के सरसावा गांव निवासी रामचंद्र ¨सह के 40 वर्षीय पुत्र विनोद ¨सह की मौत पर ग्रामीणों ने सोमवार को शव के साथ पत्थरघाट के समीप महनार-मोहिउद्दीनगर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया।
समस्तीपुर। धरणीपट्टी पश्चिमी पंचायत के सरसावा गांव निवासी रामचंद्र ¨सह के 40 वर्षीय पुत्र विनोद ¨सह की मौत पर ग्रामीणों ने सोमवार को शव के साथ पत्थरघाट के समीप महनार-मोहिउद्दीनगर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। जाम के कारण दोनों तरफ यातायात ठप हो गया। ग्रामीण महिला एवं पुरुष अपने-अपने बच्चों के साथ बैठ गए थे। ग्रामीणों का आरोप था कि विनोद की मौत पुलिस पिटाई के कारण हुई है। नाव पर बालू लादने का काम करने वाले सरसावा के 20 मजदूरों को विगत 16 सितंबर को मनेर थाना की पुलिस पकड़कर ले गई तथा उसे बेउर जेल पटना भेज दिया। उन मजदूरों में विनोद ¨सह भी शामिल था। अचानक 30 सितंबर की सुबह जेल में विनोद की तबीयत काफी खराब होने पर जेल प्रशासन ने आवश्यक प्रक्रिया के बाद उसे इलाज के लिए पीएमसीएच पटना भेज दिया। इलाज के क्रम में वहां उसकी मौत हो गई। जेल से मिली सूचना के आधार पर परिजन पीएमसीएच से पोस्टमार्टम कराने के पश्चात शव को ले आए और सुबह से पत्थर घाट को जाम कर दिया। वे मौत की वजह पुलिस की बर्बरता बता रहे थे। पांच घंटे तक चले इस जाम को प्रशासन व समाजसेवियों के हस्तक्षेप पर हटा लिया गया। मौके पर इंस्पेक्टर गगन कुमार भास्कर, बीडीओ मनोज कुमार, ओपी अध्यक्ष सुरेश मिश्रा, भाजपा नेता राजकपूर ¨सह, अरविन्द कुमार राय, डोमन ,संतोष पोद्दार, प्रेम राय, मुखिया डा सुरेन्द्र कुमार राय, सरपंच युगल ¨सह की उल्लेखनीय भूमिका रही। जाम हटने के बाद दिन के डेढ़ बजे से आवागमन की स्थिति सामान्य हुई।