छोटे से भूखंड के लोभ ने किया रिश्ते का कत्ल

समस्तीपुर। मुफस्सिल थाना के मोहनपुर गांव के पुजारी कोई बहुत बड़े भूस्वामी नहीं थे। न ही वि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 11:46 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 11:46 PM (IST)
छोटे से भूखंड के लोभ ने किया रिश्ते का कत्ल
छोटे से भूखंड के लोभ ने किया रिश्ते का कत्ल

समस्तीपुर। मुफस्सिल थाना के मोहनपुर गांव के पुजारी कोई बहुत बड़े भूस्वामी नहीं थे। न ही विरासत में उन्हें लाखों की भू संपदा मिली थी। महज आठ धूर जमीन के लिए उनकी हत्या कर दी गई। मृतक के पुत्री की मानें तो उनके भतीजे ने ही उनकी हत्या कर दी। यह कोई पहली और आखिरी घटना नहीं है। इसके पूर्व भी हत्या, हत्या का प्रयास समेत कई घटना छोटे से भूखंड के लोभ में घटित हो चुकी है। इसमें कई की जान जा चुकी है तो कई शरीर का कीमती अंग गंवा चुके हैं। तीन दिनों पूर्व बिथान के सखवा पंचायत के मुरली गांव निवासी सुभाष यादव की हत्या तो उनके पुत्र ने ही कर दी। वे भी कोई बहुत बड़े जमींदार नहीं। पांच-सात बीघे की खेती से अपने तीन बच्चों को पाल-पोसकर बड़ा किया। सोच थी कि बड़ा होकर बेटा बुढ़ापे का सहारा बनेगा। पर इस छोटे से भूखंड से कुछ अधिक पाने की लालसा में मंझले पुत्र कुंदन ने पिता के विश्वास का गला घोंट सुप्तावस्था में ही गोली मार दी। इसके पूर्व बेलसंडी गांव निवासी उमेश यादव की हत्या उनके पुत्र शशि भूषण यादव ने कर दी। इसी थाना क्षेत्र के पुसहो गांव में वर्ष 2016 में देव नारायण यादव एवं अरविद यादव के बीच जमीनी विवाद में देव नारायण यादव की पुत्रवधू अंजू देवी की हत्या कर दी गई। पुसहो गांव में ही सितंबर 2017 में राम कुमार महतो एवं सोनू कुमार महतो के बीच जमीनी विवाद में राम कुमार महतो की हत्या कर दी गई। सिरसिया गांव में कमल नारायण यादव एवं रामजीवन यादव के बीच जमीनी विवाद में नथुनी यादव की हत्या हो गई। सिहमा पंचायत के मोरकाही गांव निवासी परमानंद यादव की हत्या जमीनी विवाद में पुत्र अम्बेद यादव ने कर दी। ये चंद उदाहरण हैं जहां छोटे से भूखंड के टुकड़े ने पारिवारिक रिश्तों की बलि चढ़ा दी। न पिता-पिता रहा न पुत्र-पुत्र। इसी भूखंड ने दोस्त को दोस्त से अलग कर दिया तो चचेरे भाईयों और भतीजों को एक दूसरे का जानी दुश्मन बना डाला। आखिरकार कब लगेगा इस लोभ पर विराम।

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