संविदा स्वास्थ्यकर्मी हुए होम आइसोलेट, कोरोना की जांच प्रभावित
देश एक ओर जहां कोरोना जैसे वैश्विक महामारी से लड़ रहा है वहीं दूसरी ओर संविदा पर बहाल स्वास्थ्य कर्मी अपनी मांगों को लेकर बुधवार से होम आइसोलेट हो गए हैं। इससे सदर अस्पताल सहित अन्य स्वास्थ्य संस्थानों का कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच का कार्य बाधित हुआ।
समस्तीपुर । देश एक ओर जहां कोरोना जैसे वैश्विक महामारी से लड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर संविदा पर बहाल स्वास्थ्य कर्मी अपनी मांगों को लेकर बुधवार से होम आइसोलेट हो गए हैं। इससे सदर अस्पताल सहित अन्य स्वास्थ्य संस्थानों का कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच का कार्य बाधित हुआ। कही-कहीं पर कम संख्या जांच के लिए सैंपल लिया गया। वहीं डाटा अपडेट का कार्य पूर्णत: बाधित रहा। संविदा स्वास्थ्य कर्मी संघ के जिलाध्यक्ष आदित्य नाथ झा ने आंदोलन की जानकारी दी।
इस दौरान संविदा पर बहाल स्वास्थ्य कर्मियों ने एक स्वर में कहा कि वे सभी कोरोना काल में अपने दायित्व का निर्वहन पूरी तन्मयता के साथ कर रहे हैं। बावजूद सरकार उनकी मांगों को लेकर सजग नहीं है। नतीजतन, सभी होम आइसोलेट हो गए। कर्मियों ने कहा कि सरकार उन सभी के साथ सौतेला व्यवहार करने में लगी है। जिसे संघ कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। संघ के सदस्यों ने कहा कि वे सभी 6 से 8 मई से काला बिल्ला लगाकर कार्य करते हुए विरोध प्रकट किया। फिर भी सरकार ने उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दिया। यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं कर लेती है। आंदोलन को सफल बनाने में जिले के सभी संविदा कर्मी लगे हुए है। हड़ताल से गिरेगी स्वास्थ्य सुविधा
संविदा कर्मी के इस हड़ताल से स्वास्थ्य सुविधा में गिरावट आएगी। दरअसल, जिले भर की स्वास्थ्य सुविधा संविदा कर्मी पर टिकी हुई है। कोरोना काल में सैंपलिग से लेकर वैक्सीनेशन कार्य तक में संविदा कर्मियों को लगाया गया है। ऐसे में अगर सरकार की ओर से ठोस पहल नहीं किया गया तो आमलोगों की परेशानी बढ़ने वाली है। स्वास्थ्य संविदा एवं आउटसोर्सिग कर्मियों का 50 लाख का बीमा कराने की मांग
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत राज्य स्तर, जिला स्तर, अनुमंडल स्तर, प्रखंड स्तर, स्वास्थ्य उपकेंद्र स्तर पर कार्यरत विभिन्न कोटि के संविदा कर्मियों व पदाधिकारियों का मानदेय पुनरीक्षण कर शत प्रतिशत की बढ़ोतरी करने की मांग की गई है। इसके अलावा कोविड-19 की भयावहता के बीच कार्य कर रहे सभी स्वास्थ्य संविदा कर्मियों एवं आउटसोर्सिंग के तहत कार्य कर रहे कर्मियों के लिए तत्काल 50 लाख रुपये की बीमा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। संविदा कर्मियों के लिए भी पेंशन व नौकरी देने की मांग
कोरोना काल में मृत्यु हो जाने के उपरांत घोषित की गई पारिवारिक पेंशन, आश्रितों को नौकरी एवं अन्य सुविधा को अक्षरश: स्वास्थ्य संविदा कर्मियों के लिए भी तत्काल प्रभाव से लागू करने की मांग की गई। एनएचएम के अधीन कार्यरत सभी कर्मी व पदाधिकारियों को उनके पद के अनुसार सेवा शर्त निर्धारण लागू किया जाए। वित्तीय वर्ष 2020-21 में ग्रुप एक्सडेंट पॉलिसी एवं मेडिकल हेल्थ पॉलिसी लागू करने हेतु भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई राशि की सुविधा देने की मांग की।