शुरूआती बारिश में ही डूब गया विद्यापति मोहल्ला

सहरसा। जलनिकासी की मुकम्मल व्यवस्था नहीं रहने के कारण यूं तो शुरूआती बारिश में ही पूरे जिला मुख्यालय की स्थिति खराब हो गई है। वहीं विद्यापतिनगर मोहल्ला की स्थिति बेहद ही खराब हो गई है। रेलवे से पानी निकासी का मार्ग जाम रहने के कारण शहर के पूर्वी क्षेत्र का सारा पानी इसी मोहल्ले में जमा है। लगभग एक सप्ताह से पानी जमा रहने के कारण लोग अपने घरों में कैद है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Jun 2021 07:19 PM (IST) Updated:Sun, 27 Jun 2021 07:19 PM (IST)
शुरूआती बारिश में ही डूब गया विद्यापति मोहल्ला
शुरूआती बारिश में ही डूब गया विद्यापति मोहल्ला

सहरसा। जलनिकासी की मुकम्मल व्यवस्था नहीं रहने के कारण यूं तो शुरूआती बारिश में ही पूरे जिला मुख्यालय की स्थिति खराब हो गई है। वहीं विद्यापतिनगर मोहल्ला की स्थिति बेहद ही खराब हो गई है। रेलवे से पानी निकासी का मार्ग जाम रहने के कारण शहर के पूर्वी क्षेत्र का सारा पानी इसी मोहल्ले में जमा है। लगभग एक सप्ताह से पानी जमा रहने के कारण लोग अपने घरों में कैद है। पानी के सड़ने से मच्छरों का भी प्रकोप बढ़ गया है। इस मोहल्ले के लोग बेहद परेशान हैं। मोहल्लावासी उमाशंकर सिंह कहते हैं कि पूरे शहर में जलनिकासी कार्य चल रहा है, परंतु इस मोहल्ले की तरह न तो जिला प्रशासन का ध्यान जा रहा है और न ही नगर परिषद का। ऐसे में यहां महामारी फैलने की संभावना प्रबल हो गई है। शोभा देवी कहती है कि अभी प्रारंभिक वर्षा में ही इस मोहल्ले का यह हाल हो गया है, आगे न जाने क्या होगा। इस ओर किसी का ध्यान ही नहीं जा रहा है। सुभाषचंद्र मिश्रा का कहना कहना है कि जिले में नए- नए नगर पंचायत बनाए जा रहे हैं, परंतु सबसे पुराने नगर निकाय सहरसा नगर परिषद के लोग नारकीय बदहाली झेल रहे हैं। इसे कोई देखनेवाला नहीं है। रेणु देवी का कहना है कि नगर परिषद को महज टैक्स वसूली से मतलब है। इससे बेहतर सुविधा को पंचायत के लोगों को मिल रही है। इस ओर किसी का ध्यान ही नहीं जा रहा है।

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