गंतव्य स्थल का बिना पता बताए अब नहीं मिलेगा आरक्षित टिकट

सहरसा। अब रेल यात्रा करने के लिए गंतव्य स्थान का पता दर्ज कराना होगा। आप जहां जा रहे है अग

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Jun 2020 06:48 PM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 06:48 PM (IST)
गंतव्य स्थल का बिना पता बताए 
अब नहीं मिलेगा आरक्षित टिकट
गंतव्य स्थल का बिना पता बताए अब नहीं मिलेगा आरक्षित टिकट

सहरसा। अब रेल यात्रा करने के लिए गंतव्य स्थान का पता दर्ज कराना होगा। आप जहां जा रहे है अगर वहां का पता दर्ज नहीं कराएंगे तो टिकट नहीं मिलेगा। रेलवे ने एक जून से नए नियम जारी किए है। इस नियम के मुताबिक रेलवे रिजर्वेशन काउंटर पर भी रेलकर्मी ने नोटिस चिपका दिया है कि गंतव्य स्थल का पूरा पता नहीं लिखने पर आरक्षित टिकट जारी नहीं होगा। रेलवे के इस नए नियम से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है। ऐसे यात्री जो रिश्तेदार के यहां या अपने घर जा रहे है तो उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी। लेकिन दिल्ली काम करनेवाले या फिर इलाज के लिए जानेवाले लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है। टिकट कटाने के दौरान उन्हें दिल्ली के रिश्तेदार या किसी जान पहचानवाले का पता ढूंढना पड रहा है। बगैर पता दिए रिजर्वेशन टिकट नहीं दिया जा रहा है। सबसे बड़ी बात है कि पता में पिन कोड एवं पोस्ट आफिस का नाम सही होना चाहिए। गलत डालने पर टिकट रिजर्वेशन नहीं बनेगा। महिषी के फुलो सादा ने बताया कि दिल्ली के फैक्ट्री मालिक का पता देने पर रिजर्वेशन टिकट मिल पाया। दिल्ली में तो मेरा कोई रिश्तेदार नहीं रहता है। काउंटर पर जब टिकट नहीं दिया तो दूसरे दिन फैक्ट्री मालिक का पूरा पता नोट करके लाया तब जाकर दूसरे दिन टिकट बना। यह हाल किसी एक का नहीं कमोबेश बाहर मजदूरी करने जा रहे सबों की है।

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रोज जा रहे मजदूर

सहरसा जिले से प्रतिदिन मजदूर दिल्ली सहित अन्य प्रांत जा रहे है। मजदूरी करने के लिए मजदूर वैशाली एक्सप्रेस से जा रहे है। कई मजदूरों ने बताया कि जमीन मालिक व फैक्ट्री मालिक द्वारा एकाउंट में पहले ही रेल किराया भेज दिया है। जिस कारण जाने में कोई परेशानी नहीं हो रही है। यहां काम नहीं मिल रहा है। आने के बाद डेढ़ महीना तक घर बैठकर ही खाना पडा। कमाएंगे नहीं तो क्या खाएंगे?

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