उर्दू उच्च विद्यालय में नहीं हैं कई विषय के शिक्षक
सहरसा। कोरोना के कारण जहां दस महीने तक सरकारी स्कूलों में पढ़ाई बाधित रही। वहीं क
सहरसा। कोरोना के कारण जहां दस महीने तक सरकारी स्कूलों में पढ़ाई बाधित रही। वहीं कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए जब हाईस्कूल का संचालन शुरू हुआ है तो विद्यार्थी शिक्षकों की कमी का रोना रो रहे हैं। सिटानाबाद उर्दू उच्च माध्यमिक विद्यालय में कई विषय के शिक्षक नहीं है जिसके कारण नवम वर्ग के विद्यार्थी को विषयवार पढ़ाई नहीं कराई जा रही है। सरकार के द्वारा प्रखंड क्षेत्र में कई मध्य विद्यालय को उत्क्रमित कर उच्च माध्यमिक विद्यालय में परिवर्तित कर दिया गया है, परंतु व्यवस्था में बदलाव नहीं आ पाया है। भवन की कमी के कारण बच्चों को विद्यालय भवन में बैठाना मुश्किल हो रहा है। चार जनवरी से स्कूल का संचालन शुरू हुआ है, लेकिन उच्च माध्यमिक विद्यालय में गणित, अंग्रेजी, हिदी, सामाजिक विज्ञान सहित कंप्यूटर शिक्षक का पद रिक्त है जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई पर इसका प्रतिकूल असर पड़ रहा है। छात्रा आयशा फातिमा, कनीजा फातमा, सबरीन परवीन, काजल कुमारी, कैसर आलम, सुजीत कुमार, दिव्या कुमारी आदि ने बताया कि दसवीं से पढ़ाई बाधित रहने के बाद चार जनवरी से तो पढ़ाई शुरू हुई, परंतु विषय वार शिक्षक नहीं रहने से हमलोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों ने कहा कि अप्रैल, मई में नवम वर्ग की परीक्षा लिए जाने की भी संभावना व्यक्त की जा रही है। ऐसी परिस्थिति में परीक्षा देना मुश्किल हो जाएगा। विद्यालय के प्रधानाध्यापक परवेज आलम ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण वर्तमान शैक्षणिक सत्र में नियमित रूप से कक्षा संचालन नहीं हो पाया है। छात्र-छात्राओं की संख्या के अनुपात में शिक्षकों की कमी है। इस कारण वर्ग संचालन में काफी परेशानी हो रही है। उपलब्ध संसाधन के अनुसार, बेहतर शिक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है।