नई कृषि प्रणाली से कोसी में बढ़ेगा अरहर उत्पादन

संस, सहरसा : दलहन तिलहन के मामले में कृषि विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद कोसी प्रमंडल में कोई उपलब्

By JagranEdited By: Publish:Sun, 14 Nov 2021 06:38 PM (IST) Updated:Sun, 14 Nov 2021 06:38 PM (IST)
नई कृषि प्रणाली से कोसी में बढ़ेगा अरहर उत्पादन
नई कृषि प्रणाली से कोसी में बढ़ेगा अरहर उत्पादन

संस, सहरसा : दलहन तिलहन के मामले में कृषि विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद कोसी प्रमंडल में कोई उपलब्धि हासिल नहीं हुई। इस वर्ष सरकार के निर्देश के बावजूद एक छंटाक भी दलहन की खरीद नहीं हो सकी। इसे देखते इसकी उपज बढ़ाने के लिए विभाग ने जल, जीवन व हरियाली अभियान के तहत नई समेकित कृषि प्रणाली बनाकर हर खेत तक सालोंभर सिंचाई सुविधा बहाल करने की रणनीति बनाई है। इस अभियान के तहत दलहन और तिलहन की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को सिचाई सुविधा के साथ- साथ खेती के लिए बीज व अन्य इनपुट पर अनुदान और तकनीकी सहायता की व्यवस्था की गई है।

इस योजना का उपयोग दियारा के उन इलाके में भी किया जाएगा, जहां हर वर्ष हजारों एकड़ भूमि का उपयोग नहीं हो पाता है।

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दलहन-तिलहन उत्पादन के लिए 60 फीसद दिया जाएगा अनुदान

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कोसी क्षेत्र में दलहन-तिलहन उत्पादन के लिए नई कृषि प्रणाली से हर खेत में पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। अरहर, मसूर, चना, मूंग,उड़द, कुर्थी, के अलावा सरसों, तीसी और तिल की खेती के लिए लागत मूल्य पर 60 फीसद अनुदान देने का भी निर्णय लिया गया है। इससे इलाके के किसान दलहन- तिलहन की खेती को बढ़ावा मिलेगा। उन्नत खेती के लिए किसानों को विभाग द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा और समय- समय पर तकनीकी सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी।

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समूह बनाकर किसानों को किया जाएगा लाभांवित

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वैसे किसान, जो अधिकतम एक एकड़ भूमि में इस योजना का क्रियान्यवन किया जाएगा, जिसे व्यक्तिगत श्रेणी माना जाएगा। सामूहिक श्रेणी में छोटे जोत वाले किसान के समूह बनाकर लाभांवित किया जाएगा। इस योजना के तहत जीविका कृषक समूह, आत्मा आदि के समूह को लाभांवित किया जाएगा।

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इस योजना से कोसी क्षेत्र के किसानों दलहन-तिलहन उत्पादन में आत्मनिर्भर होगा। इससे किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी तथा इलाके की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

दिनेश प्रसाद सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी, सहरसा।

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