लोगों पर मौत बनकर टूट रहा है हाईटेंशन तार
सहरसा। घोषणाओं के अनुसार भले ही सरकार अबतक घर-घर बिजली नहीं पहुंचा सकी। जिले के क
सहरसा। घोषणाओं के अनुसार भले ही सरकार अबतक घर-घर बिजली नहीं पहुंचा सकी। जिले के कई गांवों में आज भी बिजली नहीं पहुंची है, परंतु जहां भी बिजली पहुंच रही है, अधिकांश जगहों में प्रवाहित होने वाला तार पूरी तरह जर्जर हो चुका है। जर्जर तार लोगों के सिर पर मौत बनकर टूट रहा है। तीन वर्षों से कवर्ड वायर बदलने की कवायद चल रही है, परंतु यह काम जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कौन कहे, शहरी क्षेत्र में भी अबतक पूरा नहीं हो सका है। ऐसे में आए दिन पशुओं के साथ- साथ लोगों के भी विद्युत स्पर्शाघात में आने का सिलसिला जारी है।
---------------------
हर वर्ष कई लोगों की स्पर्शाघात से होती है मौत
--------
एक दशक पूर्व जब कोसी चौक पर हाईटेंशन तार टूटने से एकसाथ तीन व्यक्ति राख हो गए तो विभाग की तंद्रा भंग हुई। कुछ दिन बड़ी तेजी से तार बदलने का कार्य चल रहा फिर ठहर गया। बीच- बीच में एकाध लोगों की यदा- कदा मौतें होती रही। परंतु विभाग कभी गंभीर नहीं हुआ। दो वर्ष पूर्व जब डीबीरोड में स्पर्शाघात से एक साथ चार बच्चों की मौत हो गई तो दोषी लोगों पर कार्रवाई के बजाय विभाग के वरीय अधिकारी मामले की लीपापोती करने लगे। आखिरकार कोई हल निकलकर नहीं आया। इस बीच जिले के कई भागों से स्पर्शाधात से लोगों की मौत होती रही, परंतु तार बदलने का विभागीय कार्य कच्छप गति से ही चल रहा है। अबतक
शहरी क्षेत्र में कवर्ड एलटी वायर नहीं बदला जा सका है। कई मोहल्ले में तो अब भी बांस के सहारे बिजली जल रही है। विद्यापति नगर, कपड़ापट्टी, नरियार रोड आदि में लोगों के घरों के उपर से बिजली प्रवाहित तार गुजर रहा है।
----------------------
कवर्ड एलटी तार बदलने का कार्य चल रहा है। इस कार्य में और तेजी लाकर समय पर पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए निर्देश जारी कर दिया गया है। कवर्ड वायर बदले जाने के बाद इस समस्या का लगभग समाधान हो जाएगा।
अजय कुमार रत्नाकर
अधीक्षण अभियंता, विद्युत विभाग, सहरसा।