चार वर्षो में भी पूरी नहीं हुआ मेहिडगरा-तेलहर सड़क का निर्माण
सहरसा। बिहार कोसी बेसिन विकास परियोजना के तहत ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा 22 नंबर रोड मेडगरा घाट से तेलहर तक का सड़क निर्माण शुरू तो किया गया लेकिन वर्षों से सड़क पर गिट्टी गिराकर संवेदक द्वारा छोड़ दिया गया है। जिससे लोगों को आवाजाही में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
सहरसा। बिहार कोसी बेसिन विकास परियोजना के तहत ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा 22 नंबर रोड मेडगरा घाट से तेलहर तक का सड़क निर्माण शुरू तो किया गया, लेकिन वर्षों से सड़क पर गिट्टी गिराकर संवेदक द्वारा छोड़ दिया गया है। जिससे लोगों को आवाजाही में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार, विभाग द्वारा 22 नंबर रोड से मेहिडगरा तक पुल तक बना दिया, लेकिन वहां से तेलहर हॉस्पिटल तक निर्माण कार्य अधूरा है। सड़क किनारे गिराए गए मेटल सड़क पर बिखर गया है। इससे पैदल एवं मोटरसाइकिल से चलने वाले राहगीरों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विभाग के द्वारा लगाए गए बोर्ड के अनुसार निर्माण कार्य प्रारंभ की तिथि 23 जून, 2017 और कार्य पूर्ण करने की तिथि 22 दिसंबर 2018 तक है। सड़क निर्माण में कुल राशि पांच करोड़ 22 लाख 69 हजार है। सड़क निर्माण की कुल लंबाई 4.806 किलोमीटर है लेकिन संवेदक निर्माण कार्य के समय सीमा समाप्ति के तीन वर्ष बाद भी सड़क निर्माण कार्य पूरा नहीं किये हैं, जबकि सड़क निर्माण के बाद पांच साल तक उसके रखरखाव के लिए भी विभाग द्वारा 21लाख 48 हजार 282 रुपये दिया गया है।
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क्या कहते हैं विभागीय अधिकारी
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इस संबंध में कार्यपालक अभियंता रामरतन राम से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने मोबाइल सहायक अभियंता नसीम अख्तर को दे दिया गया। उन्होंने बताया कि कुछ तकनीकी वजह से कार्य रूक गया था। संवेदक के समय सीमा को मार्च 2022 कर दिया गया है। दो दिन पूर्व पटना से भी जांच टीम आई थी। जिन्होंने एक सप्ताह के अंदर संवेदक को कार्य शुरू करने का हिदायत दी है।