गंगजला चौक होकर गुजरेगी बड़ी रेल लाइन

सहरसा। शहर के गंगजला चौक होकर बड़ी रेल लाइन गुजरेगी। जिसकी पहल हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 06:51 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 06:51 PM (IST)
गंगजला चौक होकर गुजरेगी बड़ी रेल लाइन
गंगजला चौक होकर गुजरेगी बड़ी रेल लाइन

सहरसा। शहर के गंगजला चौक होकर बड़ी रेल लाइन गुजरेगी। जिसकी पहल हो रही है। यह रेल लाइन सहरसा स्टेशन से गंगजला चौक, पंचवटी, तिरंगा चौक, हनुमान चौक होते हुए कारू खिरहरि रेलवे हाल्ट तक जाएगी। सोमवार को पूर्व मध्य रेल के सहायक अभियंता मनोज कुमार, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी आदित्य कुमार एवं कहरा के अंचलाधिकारी लक्ष्मण प्रसाद ने संयुक्त रूप से कार्यस्थल का निरीक्षण किया। सहायक मंडल अभियंता ने बताया कि गंगजला से कारू खिरहरि रेलवे हाल्ट तक पुरानी रेल लाइन को नए सिरे से बिछायी जाएगी। यह रेल लाइन करीब दो किमी है। 120 फीट चौड़ी बडी रेल लाइन का निर्माण कार्य अतिक्रमण हटाने के बाद किया जाएगा। इसके लिए सदर अनुमंडल पदाधिकारी को पत्र लिखकर लगातार तीन दिनों तक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने के लिए दंडाधिकारी सहित प्रर्याप्त संख्या में पुलिस बलों की तैनाती करने का अनुरोध किया है। गंगजला चौक से होते हुए कारू खिरहरि रेलवे हाल्ट तक रेल लाइन बिछाने के लिए सबसे पहले रेल प्रशासन को अतिक्रमण को हटाना आवश्यक है।

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1974 तक गंगजला होकर चलती थी रेल

सहरसा से मधेपुरा रेल खंड के बीच 1974 से पहले गंगजला होकर ही रेल चलती थी। छोटी रेल लाइन पर ट्रेन का परिचालन होता था। रेल अधिकारियों की मानें तो वर्ष 1974 तक इसी होकर ट्रेन गुजरती थी। सिगल लाइन बिछी थी। जिसे बाद में कारू खिरहरि हाल्ट से पालिटेकनिक ढाला होकर उसे हटियागाछी रेलवे ढाला, झपड़ा टोला होते हुए सहरसा स्टेशन तक ट्रेन का परिचालन होने लगा। इधर रेल पटरी उखड़ने के 47 वर्षों बाद अब पूरा मुहल्ला व बाजार बस गया है। ऐसे में इसपर से अतिक्रमण हटाना रेल प्रशासन के लिए यह चुनौती बन गयी है। रेल के अधिकारी भी कहते है कि पिछले 45 वर्षों से रेलवे की जमीन को अतिक्रमण किए हुए है।

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दो सौ से अधिक दुकानदारों को दिया गया नोटिस

बडी रेल लाइन निर्माण का जिम्मा रेल निर्माण विभाग को सौंपा गया है। सोमवार को अधिकारियों द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान रेल अधिकारी ने बताया कि करीब दो सौ से अधिक दुकानदारों को पहले से ही नोटिस दे दिया गया है। समय रहते वे रेल की जमीन से अपना अतिक्रमण हटा लें। अन्यथा उसे तोड़कर हटा दिया जाएगा। रेल की अतिक्रमण किए गए दुकानों सहित घरों पर लाल निशान लगाने को कहा गया है। जिससे अतिक्रमण हटाने के दौरान निश्चित दायरा के मुताबिक अवैध अतिक्रमण को हटाया जा सके। इधर सदर अनुमंडल पदाधिकारी प्रदीप कुमार झा ने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी, कहरा सीओ सहित सदर थानाध्यक्ष को पत्र लिखकर सहायक मंडल अभियंता द्वारा दिए गए पत्र की प्रतिलिपि उपलब्ध कराते हुए इसकी स्थलीय जांच कर तीन दिनों के अंदर रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया है।

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नार्थ इस्ट से चलने लगेगी ट्रेन

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सहरसा से गंगजला होकर कारू खिरहरि स्टेशन तक पूर्व की ही तरह बडी रेल लाइन का निर्माण हो गया तो इस होकर नार्थ इस्ट से ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा। इससे रेल को समय व इंधन की बचत होगी। अभी मधेपुरा से आनेवाली ट्रेन को पूरब बाजार होकर सहरसा स्टेशन आना पड़ता है। फिर उसे दसरे रूट में चलाने के लिए इंजन को शंटिग करनी पडती है। गंगजला से कारू खिरहरि रेलवे हाल्ट तक बडी रेल लाइन बनने से इस रूट होकर नार्थ इस्ट से कई ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा।

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रेल अभियंता का पत्र मिला है। जिसमें 45 वर्षों से रेलवे की जमीन अतिक्रमण करने की बात कही गयी है। जिस संदर्भ में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी एवं सीओ को इसकी जांच करने का निर्देश दिया गया है। जांच प्रतिवेदन मिलने के उपरांत ही इस मामले में अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।प्रदीप कुमार झा, सदर अनुमंडल पदाधिकारी

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