एमएलटी सहरसा कॉलेज में तालाबंदी कर किया प्रदर्शन

सहरसा। मंगलवार को शहर के एमएलटी सहरसा कॉलेज में तालाबंदी कर छात्रों ने प्रदर्शन किया। कॉलेज में तालाबंदी व कक्षा का बहिष्कार करते हुए एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार के नेतृत्व में छात्रों ने प्रदर्शन करते हुए फीस बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 07:31 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 07:31 PM (IST)
एमएलटी सहरसा कॉलेज में तालाबंदी कर किया प्रदर्शन
एमएलटी सहरसा कॉलेज में तालाबंदी कर किया प्रदर्शन

सहरसा। मंगलवार को शहर के एमएलटी सहरसा कॉलेज में तालाबंदी कर छात्रों ने प्रदर्शन किया। कॉलेज में तालाबंदी व कक्षा का बहिष्कार करते हुए एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार के नेतृत्व में छात्रों ने प्रदर्शन करते हुए फीस बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की। छात्रों ने रोषपूर्ण स्वर में कहा कि पीजी में फीस बढ़ोतरी के खिलाफ इससे पहले भी तालाबंदी व प्रदर्शन किया गया था। इसमें पीजी के छात्रों ने फीस वृद्धि एवं नए नामांकन सिस्टम के खिलाफ विश्वविद्यालय प्रशासन से भी प्रतिनिधिमंडल मिल कर पीजी सत्र 2018 -20 सेकेंड सेमेस्टर मे नामांकन शुल्क कम करने के लिए मांग पत्र दिया था। कुलपति के आश्वासन के बाद भी कोई कार्रवाई नही हुआ। उल्टे ही छात्र-छात्राओं से फीस कम करने के बजाए बढ़ा ही दिया गया।

एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार ने कहा की पूर्व के दिनों में कुलपति द्वारा छात्र संगठन एवं पीजी छात्रों को कहा गया था कि डीएसडब्लू को आदेश दिया गया है कि सभी पीजी सेंटर एवं विभाग को प्रथम सेमेस्टर में ली गई नामांकन शुल्क ज्यादा है। इसको दूसरे सेमेस्टर मे कम कर दी जाएगी। फीस बढ़ाकर कुलपति ने साबित कर दिया कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के प्रति गैर जवाबदेह है । छात्र नेता ने कहा की बिहार सरकार द्वारा ग‌र्ल्स और एससी एसटी छात्रों को नि:शुल्क शिक्षा का निर्णय 2015 मे ही लिया गया। बीएन्एमयू में अभी तक कुलपति और प्राचार्य दोनों अपने हठधर्मिता पर अड़े हैं। हाईकोर्ट के आदेश का कॉलेज में लागू नहीं होना दुखद है। विश्वविद्यालय के नए नियम के अनुसार अब छात्रों को पीजी के पढ़ाई पूरी करने मे पहले की अपेक्षा चार गुणा ज्यादा पैसा फीस के तौर पर लगेगा।

कॉलेज प्रदर्शन में शामिल एमएलटी कॉलेज पीजी के छात्र एवं जन अधिकार छात्र परिषद के प्रदेश सचिव जलेन्द्र यादव ने कहा की हम पीजी के छात्रों के साथ विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा आर्थिक शोषण किया जा रहा है। जिसका विरोध कॉलेज बंदी के रूप में किया गया है। फीस वृद्धि जब तक वापस नही होता है तब तक चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा। एनएसयूआई जिला महासचिव अमित कन्हैया ने नए नियम को अविलंब वापस लेने की मांग की। कॉलेज में तालाबंदी एवं प्रदर्शन मे मुख्य रूप से रितेश यादव, कॉउंसिल मेंबर एवं एनएसयूआई छात्र नेता आशीष आनंद, रितेश कुमार, पूजा कुमारी, राजश्री, अलिशा, नेहा कुमारी, शिखा सिंह,गायत्री रम्भा, नीलू कुमारी, अनामिका कुमारी, संगीता कुमारी, आशुतोष कुमार, मनीष कुमार, शुभम कुमार, मु. समीर, सागर कुमार, चक्रपाणी, अनिल कुमार, शुभम पंजीयार, राहुल कुमार आदि ने भाग लिया। अंत में कॉलेज के प्राचार्य डा. देवनारायण साह को मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा।

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