भारत बंद के समर्थन मे किया सड़क जाम

सहरसा। तीन नए कृषि कानून को रद करने की मांग को लेकर राष्ट्रव्यापी भारत बंद के दौरान सेामवार को जिले में जगह-जगह पर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 06:02 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 06:32 PM (IST)
भारत बंद के समर्थन मे किया सड़क जाम
भारत बंद के समर्थन मे किया सड़क जाम

सहरसा। तीन नए कृषि कानून को रद करने की मांग को लेकर राष्ट्रव्यापी भारत बंद के दौरान सेामवार को जिले में जगह-जगह पर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया गया। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति एवं अन्य किसान संगठना्रें के आह्वान पर 27 सितंबर को प्रदर्शनकारियों ने शहर के मुख्य सड़क को घंटों जाम कर यातायात बाधित कर दिया।

शहर के डीबी रोड सहित अन्य बाजार में भी दिन के 11 बजे तक दुकानें बंद रही। बाद में धीरे-धीरे दुकानें खुलनी शुरू हो गई।

महागठबंधन दलों के कार्यकर्ता हाथों में पार्टी का झंडा लिए केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। शहर के मुख्य मार्गों से अलग- अलग दलों के कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में घूमते हुए शंकर चौक चौराहा पहुंचे और चौक को जाम कर दिया। सड़क जाम के कारण यातायात बाधित हो गया। जाम स्थल के चारों ओर सड़क पर वाहनों की कतारें लग गयी। सुबह से ही सड़क जाम होने के कारण लोगों ने गंगजला रेलवे ढाला होकर शहर में आवाजाही करते रहे। जाम में बच्चे भी फंसे रहे। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व मुख्य रूप से राजद जिलाध्यक्ष मु. ताहिर, भाकपा के ओमप्रकाश नारायण, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रो. विद्यानंद मिश्र, जाप जिलाध्यक्ष रंजन यादव सहित अन्य ने किया। सहरसा बंद का नेतृत्व करते हुए भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह राज्य सचिव मंडल सदस्य ओमप्रकाश नारायण ने कहा कि तीन काले कानून के द्वारा सरकार खेती के कारपोरेटीकरण का रास्ता खोल रही है। यह नीतियां अगर लागू हो गयी तो छोटे, मंझोले एवं सीमांत किसान अगले पांच वर्षों में खेती से बेदखल हो जाएंगे। उनकी जमीन बडी कंपनियों को कांट्रेक्ट खेती के नाम अनुबंध कर दिया जाएगा और वे बंधुआ मजदूर हो जाएंगे। आज भी देश की 70 फीसद आबादी को कृषि के माध्यम से रोजगार प्राप्त होता है। इसीलिए इन तीन कानूनों को रद्द करना राष्ट्रीय हित में है। राजद जिलाध्यक्ष मु. ताहिर ने कहा कि केंद्र की सरकार किसानों के खिलाफ काम कर रही है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रो. विद्यानंद मिश्र ने कहा कि पिछले कई माह से दिल्ली में किसान आंदोलित कर रही है। सरकार चुपचाप तमाशा देख रही है। बंद आंदेालन में वामपंथी दलों के विजय कुमार यादव, परमानंद ठाकुर, विनय कुमार वर्मा, उमेश पोद्दार, प्रभु लाल दास, भवेश यादव, शंकर कुमार, रामविलास सादा, विक्की राम, जाकिर, सज्जन सादा, महेश्वर साह, सुमित कुमार, राजेश राजद के मनोज यादव, नगर अध्यक्ष कौशल यादव, नईमउद्दीन, पवन कुमार शर्मा, कृष्ण मोहन चौधरी अजय सिंह, डा. उपेंद्र यादव, सुरेश यादव, भारत यादव, मु. जमशेद, शब्बीर, निलेश राणा शंकर, जन अधिकार पार्टी के प्रदेश सचिव सह प्रवक्ता शैलेंद्र शेखर, कमलेश्वरी यादव, रंजन यादव, युवाध्यक्ष समीर पाठक, पप्पू कुमार, राहुल भगत, कपिलदेव यादव, नरेश एंगल, रौशन सम्राट, सुबिन यादव, रंजीव कुमार भगत आम आदमी पार्टी के विशाल पचेरिया, सोहन झा, प्रभुनाथ झा, रमेश कुमार आदि ने हिस्सा लिया।

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