अच्छे ढंग से किए गए प्रयास से मिलती है सफलता
सहरसा। रविवार को गायत्री शक्तिपीठ में व्यक्तित्व परिष्कार सत्र सह पुरस्कार वितरण समारोह आय
सहरसा। रविवार को गायत्री शक्तिपीठ में व्यक्तित्व परिष्कार सत्र सह पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया। दो सत्रों में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ट्रस्टी डॉ. अरूण कुमार जायसवाल ने कहा कि जीवन में सफल होने का प्रयास करना चाहिए। अगर अच्छे ढंग से प्रयास करेंगे तो जीवन में अवश्य सफल होंगे। जिस प्रकार गुलाब के पौधे से कमल विकसित नहीं हो सकता, उसी प्रकार हमारी रूचि और प्रवृति से हम अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करते हैं। अगर पुरुषार्थ के साथ प्रारब्ध हो तो सफलता निश्चित ही मिलती है। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ सुपौल से आए न्यायाधीश आलोक पाठक, सहरसा के न्यायाधीश आरएन त्रिपाठी तथा कर्नल प्रो. गौतम कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर मौजूद अतिथियों का तिलक लगाकर और उन्हें मंत्र दुपट्टा से सम्मानित किया। अतिथियों ने भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में सफल छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया। सत्र को संबोधित करते हुए ट्रस्टी डा. अरूण कुमार जायसवाल ने भारतीय संस्कृति की विशेषता बताते हुए कहा कि संस्कृति का मतलब है जीवन का परिष्कृत करना।अनगढ से सुगढ बनाना ही संस्कृति है। इससे संस्कार बना है। भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा जीवन को उत्कृष्ट बनाने का विधान है। अखिल विश्व गायत्री परिवार अपने अतीत को लाने के लिए पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए नियमित रूप से कार्य कर रही है।इस अवसर पर श्यामानंद लाल दास सहित सुशील, प्रखर आदि मौजूद थे।