आमलोगों की जागरूकता से ही मिटेगा बाल दुर्व्यवहार
सहरसा। बालश्रम उन्मूलन के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन (केएससीएफ)
सहरसा। बालश्रम उन्मूलन के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन (केएससीएफ) द्वारा बाल दुर्व्यवहार के खिलाफ सुपर मार्केट स्थित कला भवन में शुक्रवार को एक जन संवाद का आयोजन किया। कार्यक्रम में सिविल सोसायटी संगठन, कानून प्रवर्तन एजेंसियां, राष्ट्रीय, राज्य और जिला-स्तरीय निर्णय लेने वाले नीति निर्धारक अंगों के सदस्यों और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भाग लिया। इसमें प्रतिनिधियों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जिले में बाल दुर्व्यवहार को खत्म करने के लिए जरूरी है कि उसके खिलाफ संवादों और जागरुकता कार्यक्रमों को और बढ़ा दिया जाए और इसके लिए सबका शिक्षित और जागरूक होना आवश्यक है।
जनसंवाद में बाल संरक्षण से संबंधित विभिन्न उपायों पर भी गहन विचार-विमर्श किया गया। जनसंवाद में अभियान का नेतृत्व करने वाले मुक्त बाल मजदूर, गुलामी से पीड़ित बच्चों के माता-पिता, बाल मजदूरी और दुर्व्यवहार से छुड़ाए गए बच्चे और प्रमुख हितधारकों ने भी भाग लिया और अपने विचारों से अवगत कराया।
जनसंवाद का शुभारंभ केएससीएफ के जिला समन्वयक उमेश कुमार यादव ने अपने स्वागत भाषण से किया जबकि मुक्ति कारवां के युवा नेता अरविद कुमार शर्मा ने जनसंवाद की जरूरत पर विस्तार से प्रकाश डाला। जनसंवाद को जिला परिषद उपाध्यक्ष छतरी यादव, बाल संरक्षण के नोडल अधिकारी बृजनंदन मेहता, जिला कल्याण पदाधिकारी मनोज कुमार सिंह, पंचायती राज अधिकारी अहमद अली अंसारी, कहरा ब्लॉक के प्रखंड विकास अधिकारी रचना भारतीय, जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रणव कुमार सिंह और महिला पुलिस अधिकारी प्रेमलता भूपति तथा बचपन बचाओ आंदोलन (बीबीए) के प्रदेश पुनर्वास संयोजक घूरण महतो ने भी संबोधित किया। जनसंवाद में मुक्त बाल श्रमिक और मुक्ति कारवां के युवा नेता मोहम्मद छोटू और निर्मल ऋषिदेव ने बच्चों की केस स्टडीज प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में बाल श्रम और दुव्र्यापार के शिकार हुए बच्चों के परिवार के लोगों ने भी अपनी बातें रखीं।
वक्ताओं ने कहा कि हम सभी लोगों को इसके लिए अपने-अपने स्तर पर प्रयास करने की जरूरत है। तभी हम बाल दुव्र्यापार पर अंकुश लगा सकते हैं। बाल मजदूरी और दुव्र्यापार को रोकने के लिए सबको शिक्षित और जागरूक होना पड़ेगा। जनसंवाद में पुलिस पदाधिकारियों द्वारा बाल दुव्र्यापार को रोकने में हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया गया।