योग से जागृत होती है आंतरिक शक्ति
सहरसा। सहरसा जिला मुख्यालय स्थित विद्यापति नगर निवासी राधारानी को योग- प्राणायाम ने एक नई जिदगी दी। सेवानिवृत चिकित्सक डॉ. देवेंद्र कुमार की पत्नी राधारानी के ओस्टोअर्थराईटिस्ट के इलाज के लिए पूरा परिवार पटना से दिल्ली तक दौड़-भागकर थक गया।
सहरसा। सहरसा जिला मुख्यालय स्थित विद्यापति नगर निवासी राधारानी को योग- प्राणायाम ने एक नई जिदगी दी। सेवानिवृत चिकित्सक डॉ. देवेंद्र कुमार की पत्नी राधारानी के ओस्टोअर्थराईटिस्ट के इलाज के लिए पूरा परिवार पटना से दिल्ली तक दौड़-भागकर थक गया। चिकित्सकों ने इसका एकमात्र उपाय घुटने का प्रत्यारोपण बताया। दिल्ली से लौटने के बाद उनकी मुलाकात पतंजलि राज्य महिला प्रभारी डॉ. वीणा कुमार से हुई। उन्होंने बताया कि शायद योग से उनकी समस्या दूर सकती है। उनकी बातों से सहमत होकर राधारानी को उनके पति और पुत्र नियमित डॉ. वीणा कुमारी के सुपर बाजार में चल रहे नियमित मुफ्त योग शिक्षा में पहुंचाने लगे। इससे उन्हें फायदा महसूस हुआ। राधारानी बताती हैं कि बाद में जब उन्हें आसनों की जानकारी हो गई, तो खुद अपने घर में भी योगाभ्यास करने लगी। वह कहती हैं कि एक समय था, जब उनके पुत्र या परिवार के अन्य सदस्य बिछावन से उतरने में बाथरूम तक जाने में सहयोग करते थे, तब वह खड़ा हो पाती थी। उस समय हर महीने दवा में 15 हजार रुपये खर्च होते थे। अब योग के कारण वह बिना दवा खाए पूरी तरह से स्वस्थ होकर अपना सारा कार्य कर रही है। योग के फायदे को महसूस करने के बाद वह नया बाजार काली मंदिर परिसर में अन्य महिलाओं को योगाभ्यास कराने लगी। उन्होंने बताया कि इस क्रम में कई महिलाओं को गैस्ट्रिक, लिकोरिया जैसी असाध्य बीमारियों से मुक्ति मिल गई। उनका कहना है कि योग से आंतरिक शक्ति जागृत होती है जिसकी ताकत से अनेक बीमारियों से मुक्ति संभव है।