शुरू में हुआ अकाल, अब विभाग है पूरी तरह तैयार
सहरसा। कोरोना की दूसरी लहर के शुरूआती दौर में रेमडेशिविर दवा की अकाल थी। लोगों को भागलपुर व पटना से अधिक कीमतों पर दवा लेना पड़ा था लेकिन सरकार के हस्तक्षेप के बाद इस दवा की उपलब्धता हो गई। वर्तमान में कोरोना मरीज नहीं रहने के बाद भी यह दवा जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित दुकान में अब भी उपलब्ध है।
सहरसा। कोरोना की दूसरी लहर के शुरूआती दौर में रेमडेशिविर दवा की अकाल थी। लोगों को भागलपुर व पटना से अधिक कीमतों पर दवा लेना पड़ा था, लेकिन सरकार के हस्तक्षेप के बाद इस दवा की उपलब्धता हो गई। वर्तमान में कोरोना मरीज नहीं रहने के बाद भी यह दवा जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित दुकान में अब भी उपलब्ध है।
----
दवा की अधिक कीमत लेने पर हुई थी जांच
----
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान रेमडेशिविर दवा की अधिक कीमत एक मेडिकल एजेंसी द्वारा लिया गया था जिसकी जानकारी मिलने पर जिला पदाधिकारी द्वारा इसकी जांच कराई गई थी। जांच में दवा की कीमत अधिक लेने की पुष्टि हुई। इस मामले में सरकार को डीएम स्तर से पत्र भी भेजा गया था। हालांकि मेडिकल एजेंसी का मामला अब भी दबा हुआ है।
----
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग सजग
----
तीसरी लहर की आशंका को लेकर स्वास्थ्य महकमा सजग दिख रहा है। औषधि विभाग द्वारा सीएस के माध्यम से लगातार कोरोना काल में जिन दवाओं की उपलब्धता अधिक रहनी चाहिए उसको लेकर दवा एजेंसी से संपर्क किया जा रहा है। कई प्रकार की दवा का उपयोग कोरोना मरीज के लिए होता है जिसके कारण एजेंसी को अभी से ही कंपनी को दवा का आर्डर दे रही है।
----
कोट
कोरोना काल में उपयोग होने वाली दवा की उपलब्धता को लेकर दवा दुकानदार पूरी तरह सजग हैं। दवा की कमी दूसरी लहर के दौरान भी नहीं हुई थी। अगर तीसरी लहर आती है तो दवा का पर्याप्त स्टाक रख जाएगा।
हरिनंदन यादव, सचिव, केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन, सहरसा।
----
कोट
वर्तमान में रेमडेशिविर दवा सहरसा में उपलब्ध है। आने वाले समय के लिए भी दवा का भंडारण करने का निर्देश दवा एजेंसी को दिया गया है।
कुमार संजय, औषधि निरीक्षक, सहरसा।