बेकार साबित हो रहा करोड़ों की राशि से बना पंचायत सरकार भवन
सहरसा। सौरबाजार प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में करोड़ों की लागत से पंचायत सरकार भवन क
सहरसा। सौरबाजार प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में करोड़ों की लागत से पंचायत सरकार भवन की निर्माण तो कर दिया गया है, लेकिन इसका सदुपयोग अब तक नहीं हो रहा है। पंचायत सरकार भवन का संचालन प्रखंड क्षेत्र के कही भी सुचारू रूप से नहीं शुरू हो सका है जिससे पंचायत के ग्रामीण खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
पंचायत सरकार भवन के निर्माण और उद्घाटन के बाद भी कार्यालय संचालन तो दूर पंचायत सरकार भवन में हमेशा ताला लटका रहता है। पूरे वर्ष में केवल 15 अगस्त व 26 जनवरी को ही भवन का ताला खुलता है। लिहाजा अब भी छोटे कार्य के लिए ग्रामीण प्रखंड सह अंचल का चक्कर लगाने को लेकर विवश हैं। ऐसे में करोड़ों रुपये की लागत से बना पंचायत सरकार भवन पंचायतवासियों को मुंह चिढ़ा रहा है जबकि पंचायत सरकार भवन के निर्माण एवं उद्घाटन के समय ग्रामीण लोगों में उम्मीद जगी थी कि अब पंचायत स्तर पर संचालित सरकारी योजनाओं एवं अन्य कार्यों के निष्पादन के लिए प्रखंड कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। पंचायत में ही सारे काम निष्पादन होंगे, लेकिन पंचायत सरकार भवन उद्घाटन के बाद उम्मीद टूटने लगी है। इसमें अब तक राजस्व कर्मचारी, पंचायत सचिव, इंदिरा आवास सहायक, विकास मित्र एवं पंचायत प्रतिनिधि को सरकारी कार्य का निष्पादन करना था, लेकिन लोगों के लिए सपना अधूरा ही है। जबकि पंचायती राज्य प्रधान कार्यालय पटना की ओर से जारी पत्र के माध्यम से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया था कि सभी पंचायत सरकार भवन में पंचायत प्रतिनिधि, सरपंच के अलावे पदस्थापित सरकारी कर्मी, टोला सेवक, विकास मित्र का प्रत्येक दिन बैठना सुनिश्चित किया जाय। इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी सोनिया ढ़ंढ़निया ने बताया कि ये प्रखंड स्तर से ऊपर की बात है। संबंधित विभाग को इस मामले में अवगत कराया जाएगा।