चलने लायक भी नहीं बन पायी सोनवर्षा-माली के बीच सड़क

सहरसा। गत वर्ष सितंबर माह में एनएच 107 के विस्तारीकरण और चौड़ीकरण का कार्य प्रारंभ हुआ था लेकिन एनएच को चलनेलायक भी नहीं बनाया जा सका है। उबड़-खाबड़ गढ्डे में हिचकोले खाते वाहन जहां दुर्घटना को आमंत्रित करता है। वहीं बारिश में पानी भर जाने से अक्सर गाड़ियां फंस जाती है और जाम लगा रहता है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 06:20 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 06:20 PM (IST)
चलने लायक भी नहीं बन पायी  सोनवर्षा-माली के बीच सड़क
चलने लायक भी नहीं बन पायी सोनवर्षा-माली के बीच सड़क

सहरसा। गत वर्ष सितंबर माह में एनएच 107 के विस्तारीकरण और चौड़ीकरण का कार्य प्रारंभ हुआ था, लेकिन एनएच को चलनेलायक भी नहीं बनाया जा सका है। उबड़-खाबड़ गढ्डे में हिचकोले खाते वाहन जहां दुर्घटना को आमंत्रित करता है। वहीं बारिश में पानी भर जाने से अक्सर गाड़ियां फंस जाती है और जाम लगा रहता है।

सोनवर्षा स्थित दुर्गा स्थान से माली चौक तक लगभग छह किलोमीटर मुख्य सड़क के चौड़ीकरण के लिए दोनों तरफ गड्ढे खोदकर मेटल बिछा दिया गया है, लेकिन कई जगह दोनों तरफ खोदे गए गढ्डों में मेटल और मिट्टी का कार्य अब भी शेष है जिस वजह से दुर्घटना की संभावना बनीं रहती है। पुरानी सड़क को सितंबर में मोटरेबुल बनाए जाने के बावजूद अब वो पुरानी स्थिति में लौट गई है। मई माह में भारी बारिश के बाद सोनबर्षा राज से माली तक लगभग छह किलोमीटर की दूरी में दर्जनों बड़े-बड़े खतरनाक गढ्डे बन गए है। इस मार्ग में तीन पुल का निर्माण किया जा रहा है जिसमें पक्की की जगह कच्ची डायवर्सन बना दिया गया है। बारिश की वजह से अब उसमें गाड़ियों का फंसना जारी हो गया है।

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ठप पड़ा है कार्य

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मनौरी चौक से दुर्गा स्थान सोनवर्षाराज के बीच की साढे़ तीन किलोमीटर की बायपास सड़क का कार्य मनौरी चौक की तरफ करीब पांच सौ मीटर तक फ्लाईएश से भरा गया है। उसके बाद से कार्य लगभग ठप पड़ गया है। अधिग्रहित जमीन के कई रैयतों ने जमीन का मूल्यांकन गैर वाजिब करार देते हुए मुआवजा लेने से इंकार कर रखा है तथा उनके द्वारा जमीन खाली नहीं किया जा रहा है। जिस वजह से दोनों दिशाओं से विस्तारीकरण का कार्य आगे नहीं बढ़ पा रहा है।

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फोटो: 16 एसएआर 16

लगातार बारिश हुई एनएच कीचड़मय हो गई है। लगातार गाड़ी फंसी रहती है। जिससे लोगों को आने-जाने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।

आजाद कुमार, मैना

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फोटो: 16 एसएआर 17

चौड़ीकरण करने हेतु सड़क के दोनों किनारे से मिट्टी हटाई गई। जिसमें किनारे से करीब दो फीट गड्ढा कर छोड़ दिया गया है ।अब बारिश की वजह से इन गड्ढों में पानी जमा हो गया है। ऐसे में ग्राहकों को दुकान तक आने में पानी भरे गड्ढे से गुजरना पड़ता है। इस दौरान फिसलने से लोगों को चोटें भी आती है।

संजय कुमार विश्वास, दुकानदार

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60 रैयतों ने नहीं लिया मुआवजा

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अंचल कार्यालय से मिली जानकारी अनुसार मनौरी के लगभग 20 तथा सोनवर्षाराज के लगभग 40 रैयतों नें मुआवजा नहीं लेते हुए अधिग्रहित जमीन का नए सिरे से निर्धारण की मांग को लेकर कोर्ट का शरण ले लिया है। बताते चलें कि महेशखूंट से मनौरी चौक तक पेटी संवेदक राजकेशरी प्रोजेक्ट लिमिटेड द्वारा एनएच 107 का काम किया जा रहा है।

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