लड़कियों की सुरक्षा की मुहिम चला रही है मनीषा रंजन

सहरसा। कस्बाई क्षेत्र से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाली मनीषा रंजन लड़कियों

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 07:51 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 07:51 PM (IST)
लड़कियों की सुरक्षा की मुहिम 
चला रही है मनीषा रंजन
लड़कियों की सुरक्षा की मुहिम चला रही है मनीषा रंजन

सहरसा। कस्बाई क्षेत्र से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाली मनीषा रंजन लड़कियों के सुरक्षा की मुहिम चला रही है। खेल के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाली मनीषा आज यौन अपराध के खिलाफ अपनी आवाज मुखर कर रही है। इनके इस प्रयास से जहां स्कूलों में यौन अपराध की जानकारी लड़कियों को देने की पहल हो रही है। वहीं महाविद्यालयों में लड़कियों की सुरक्षा के लिए एक महीने के विशेष ट्रेनिग की मांग की जा रही है।

ईस्ट एन वेस्ट टीचर्स ट्रेनिग कॉलेज, पटुआहा की निदेशिका मनीषा मूल रूप से पूर्णिया की रहने वाली हैं। 2010 में उनकी शादी सोनवर्षा थाना क्षेत्र के सहमौरा निवासी डा. रंजनीश रंजन से हुई। मनीषा रंजन खेल व शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दे रही है। बचपन से ही खेल का शौक रहने के कारण वह खेल से जुड़ी और खो-खो, वालीबॉल में नेशनल स्तर तक पहुंची। खेलने के दौरान ही उन्हें लड़कियों के साथ होने वाले गुड टच व बेड टच को समझ आयी और उस दिन से इसके खिलाफ उन्होंने मुहिम की शुरूआत कर दी। वर्ष 2010 में इनकी शादी हो गई लेकिन पति भी इस अभियान में इनका साथ दिया। वो बताती हैं कि हर बच्ची को सुरक्षा आवश्यक है। लेकिन इसके लिए उसे इसकी जानकारी भी हो चाहिए। वो अपने कॉलेज में छात्रध्यापकों को बताती है कि स्कूल में प्रशिक्षण लेने के दौरान वो स्कूलों में बच्चों को बाल यौन शोषण के संबंध में जानकारी दें। उन्हें गुड टच व बेड टच के बारे में बताएं ताकि वो इसे समझें और इसका प्रतिकार करें। इनके इस प्रयास से सैकड़ों छात्रध्यापिका द्वारा स्कूलों में बच्चियों को इसके लिए जागरूक किया गया। मनीषा ने बताया कि सीनेट की बैठक में उनके द्वारा इस मुद्दे को उठाया गया। स्कूलों में इसकी पढ़ाई हो इसका प्रयास किया गया और कुलपति ने भी इसकी सराहना की। कहा कि जबतक हमारी बेटी सुरक्षित नहीं है तबतक समाज व देश सुरक्षित नहीं रह सकता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 से वो विश्वविद्यालय में होने वाले सीनेट की बैठक में महाविद्यालय की छात्राओं की सुरक्षा के लिए एक महीने का विशेष प्रशिक्षण अनिवार्य करने की मांग कर रही हैं।

----

खो-खो व वालीबाल में किया प्रतिनिधित्व

----

मनीषा रंजन ने वर्ष 2001 में खो-खो में राष्ट्रीय स्तर पर भाग लिया। वहीं 2001 से 2007 में वो वालीवॉल में राष्ट्रीय स्तर पर खेलती रही हैं। 7

chat bot
आपका साथी