साहब व बाबू का पता नहीं, कागज पर हो रही सफाई
संसू कहरा (सहरसा) बनगांव के तीन पंचायतों को मिलाकर नगर पंचायत बनाया गया लेकिन छह माह बाद भी नगर पंचायत से कार्य नहीं हो रहा है।
संसू, कहरा (सहरसा): बनगांव के तीन पंचायतों को मिलाकर नगर पंचायत बनाया गया, लेकिन छह माह बाद भी नगर पंचायत से कार्य नहीं हो रहा है।
बनगांव में बाबाजी कुटी स्थित लक्ष्मीनाथ गोसाई संग्रहालय को नगर पंचायत कार्यालय तो बना दिया गया लेकिन साहब और बाबू का कोई अता-पता नहीं रहता है। गंदगी यत्र-तत्र पसरी रहती है। कागजों पर साफ-सफाई हो रही है। आलम यह है कि कार्यालय में बोर्ड तक नहीं लग पाया है। वैसे नगर पंचायत बनने के बाद अभी तक परिसीमन नहीं किया गया जिसके कारण गांव में नली, गली निर्माण सहित अन्य विकासात्मक कार्य ठप है। कार्य के नाम पर कुछ मजदूरों से बरियाही एवं बनगांव के मुख्य गली सड़कों की साफ-सफाई कभी-कभार करा दिया जाता है। डस्टबिन नहीं रहने के कारण घर के भी कचरे को घर के बाहर सड़क एवं आसपास में लोगों को फेंकना पड़ता है। लोगों ने बताया कि गांव के ही दो लोग मजदूरों को लगाकर साफ सफाई करवा रहे हैं।
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फोटो: 3 एसएआर 22
बनगांव को पंचायत से नगर पंचायत तो बना दिया गया है लेकिन विकास के नाम पर कुछ नहीं है। सिर्फ सप्ताह में एक दिन सफाई किया जा रहा है। लोगों के घर के समीप डस्टबिन नहीं रहने के कारण लोगों को घर से भी कचरा निकाल कर इधर-उधर फेंकना पड़ता है।
देवानंद खां
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फोटो: 3 एसएआर 23
नगर पंचायत बनने से लोगों को खुशी मिली थी। लेकिन छह माह बाद भी कोई विकासात्मक कार्य नहीं किया जा रहा हैं। गांव में साफ सफाई के लिए भी सफाईकर्मी को नहीं लगाया गया है जिससे साफ-सफाई भी पूरी तरह गांव में नहीं हो पाती है।
सूरज कुमार
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फोटो: 3 एसएआर 24
नगर पंचायत बनने के बाद साफ-सफाई तो होता है लेकिन नगर पंचायत के पदाधिकारी द्वारा अभी तक डस्टबिन उपलब्ध नहीं कराने के कारण लोगों को कचरा घर से बाहर सड़क पर ही रखना पड़ रहा है।
अजय कुमार खां