बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ मिले पौष्टिक आहार: डीइओ

सहरसा। मध्याह्न भोजन योजना द्वारा शनिवार को जिला स्कूल में अंकुर परियोजना के अंतर्गत प्रधानाध्यापकों

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Dec 2019 07:26 PM (IST) Updated:Sun, 08 Dec 2019 06:13 AM (IST)
बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ मिले पौष्टिक आहार: डीइओ
बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ मिले पौष्टिक आहार: डीइओ

सहरसा। मध्याह्न भोजन योजना द्वारा शनिवार को जिला स्कूल में अंकुर परियोजना के अंतर्गत प्रधानाध्यापकों की बैठक की गयी। बैठक में प्रधानाध्यापकों सहित अन्य प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रथम पाली में कहरा, सत्तरकटैया, महिषी, सौर बाजार एवं पतरघट के विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों ने हिस्सा लिया। वहीं दूसरी पाली में शेष बचे प्रखंडों के स्कूलों के प्रधानाध्यापकों ने शिरकत की।

प्रशिक्षकों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद जिला शिक्षा पदाधिकारी जयशंकर प्रसाद ठाकुर ने कहा कि पोषण वाटिका हर विद्यालय में निर्माण किया जाएगा। जिससे बच्चों को मध्याह्न भोजन में पौष्टिक आहार मिल सके। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों को सही तालीम के साथ-साथ पौष्टिक आहार भी मिले। इसके लिए जरूरी है कि स्कूल में बेहतर ढंग से पोषण वाटिका का निर्माण हो सके। कृषि वैज्ञानिक डा. सुनीता पासवान ने साग- सब्जियों में पाए जानेवाले पौष्टिक तत्व एवं इसके फायदे को बताया। वहीं प्रखंड कृषि पदाधिकारियों द्वारा साग- सब्जी लगाने के तरीके एवं वर्मी कम्पोस्ट जैविक खाद का उपयोग संबंधी तथ्यों को विस्तृत रूप चर्चा की गयी। मध्याह्न भोजन के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि अंकुरण परियोजना सरकार की महत्ववाकांक्षी योजना है। पोषण वाटिका के तहत जैविक खाद का प्रयोग करते हुए बच्चों को पोषणयुक्त ताजा सब्जी से लाभान्वित करना मुख्य उद्देश्य है। इसके साथ ही पोषक क्षेत्र के छोटे- बड़े किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित करना है। इस कार्यशाला में एमडीएम के डीपीएम अनिल कुमार सहित सत्यम कुमार सिंह, डा. आरके सिंह आदि ने संबोधित किया। कार्यशाला में सभी प्रखंडों से चयनित स्कूलों के प्रधानाध्यापकों ने भाग लिया। एमडीएम के डीपीओ मनोज कुमार ने बताया कि जिले के दसों प्रखंडों के 386 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों ने भाग लिया।

chat bot
आपका साथी