बचाव का ख्याल रखकर करें इबादत : मौलाना मुमताज
सहरसा। कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण के कारण सरकार द्वारा धार्मिक स्थलों में आम आवा
सहरसा। कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण के कारण सरकार द्वारा धार्मिक स्थलों में आम आवाम के आवाजाही पर आगामी 30 अप्रैल तक रोक लगा दी है, परंतु एक माह तक चलनेवाला रमजान का रोजा 14 अप्रैल से शुरू हो रहा है। रमजान एक ऐसा माह है जिसमें अधिक से अधिक लोग मस्जिद में जाकर कुरान की तिलावत एवं विशेष नमाज अदा करते है जो इस वर्ष संभव नही हो पाएगा।
एसडीओ विरेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार के गाइडलाइन के अनुसार मंदिर और मस्जिदों में आगामी 30 अप्रैल तक आम लोगों कीआवाजाही पर रोक लगा दी गई है। जिला इमाम संघ के अध्यक्ष सह रानी बाग जामा मस्जिद के इमाम हजरात मौलाना मुमताज रहमानी एवं बाजार मस्जिद के इमाम मौलाना सैयद मंजूर आलम, ड्योढ़ी जामा मस्जिद के इमाम हाफिज शकिल बख्तियारपुरी आदि ने बताया कि रमजान के दिनों में मस्जिदों में इबादत की जाती है, परंतु कोरोना जैसे जानलेवा महामारी से बचने के लिए सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइन का शतप्रतिशत अनुपालन करना हमलोगों के हित में है। कहते हैं कि जहां भी इबादत करें कोरोना से बचाव का ख्याल रखें। मस्जिद आएं तो मास्क एवं शारीरिक दूरी का अनुपालन सुनिश्चित करें। हाथ को अच्छी तरह से धोकर आएं। उन्होंने कहा कि घर में ही रह कर ज्यादा से ज्यादा इबादत करें। इस बात का भी ध्यान रखें की जान जोखिम में डालकर कही भी इबादत करें। इसकी इजाजत इस्लाम नहीं देता है। स्वयं भी बचे एवं दूसरों को भी बचने की सलाह दें। उन्होंने कहा की सच्चे इमान के जज्बे के साथ कही भी इबादत करना अल्लाह ताला को पसंद है।