एक साल में लगे मात्र तीन हजार लाइट, शहर में कायम है अंधेरा

सहरसा। एक साल में शहरी क्षेत्र में महज तीन हजार लाइट ही लग पाया है जिससे शहर का अधिकांश इलाका अंधकार में है। शहरी क्षेत्र में हर बिजली पोल पर एलइडी लगाने का जिम्मा सरकार ने इइएसएल एनर्जी इफीसिएंसी सर्विस लिमिटेड को दिया है। एनर्जी इफीसियेंसी सर्विस लिमिटेड ने इस काम को शक्ति कंसल्टिग एन सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड को जिम्मा दे दिया। सहरसा शहरी क्षेत्र में वर्ष 2019 के अंत से शहर के बिजली पोल पर लाइट लगाने का काम शुरू किया गया। शुरू में तो लगा कि कुछ ही महीनों में पूरा शहर जगमग करने लगेगा लेकिन काम की रफ्तार इतनी सुस्त रही कि पिछले एक वर्ष से अधिक समय बीतने के बाद कार्य का जिम्मा संभाल रही एजेंसी करीब तीन हजार पोल पर ही एलइडी लाइट लगा पायी है। शहर में करीब साढ़े दस हजार बिजली पोल हैं। जिसपर लाइट लगायी जानी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 06:27 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 06:27 PM (IST)
एक साल में लगे मात्र तीन हजार  लाइट, शहर में कायम है अंधेरा
एक साल में लगे मात्र तीन हजार लाइट, शहर में कायम है अंधेरा

सहरसा। एक साल में शहरी क्षेत्र में महज तीन हजार लाइट ही लग पाया है जिससे शहर का अधिकांश इलाका अंधकार में है।

शहरी क्षेत्र में हर बिजली पोल पर एलइडी लगाने का जिम्मा सरकार ने इइएसएल एनर्जी इफीसिएंसी सर्विस लिमिटेड को दिया है। एनर्जी इफीसियेंसी सर्विस लिमिटेड ने इस काम को शक्ति कंसल्टिग एन सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड को जिम्मा दे दिया। सहरसा शहरी क्षेत्र में वर्ष 2019 के अंत से शहर के बिजली पोल पर लाइट लगाने का काम शुरू किया गया। शुरू में तो लगा कि कुछ ही महीनों में पूरा शहर जगमग करने लगेगा, लेकिन काम की रफ्तार इतनी सुस्त रही कि पिछले एक वर्ष से अधिक समय बीतने के बाद कार्य का जिम्मा संभाल रही एजेंसी करीब तीन हजार पोल पर ही एलइडी लाइट लगा पायी है। शहर में करीब साढ़े दस हजार बिजली पोल हैं। जिसपर लाइट लगायी जानी है। सर्विस कंपनी से जुड़े कर्मी मनोज की मानें तो कोरोना काल का प्रतिकूल असर कार्यों पर पड़ा है। लॉकडाउन के कारण ही समय पर लाइट की उपलब्धता नहीं हो पायी। जिससे समय की पाबंदी बढ़ती गयी।

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कई वार्ड हुए रोशन

इइएसएल पिछले एक वर्ष से शहर में एलइडी बल्ब लगा रही है। कई वार्ड में बिजली रोशन करने लगी है। शाम होते ही पूरा मुहल्ला रौशनियों से जगमग करने लगता है। शहर के वार्ड नंबर एक, आठ सहित अन्य कई वार्डों में 80 फीसद काम हो चुका है। शहर में 40 वार्ड है। इस वर्ष के अंत तक हर पोल पर एलइडी बल्व लगाने का लक्ष्य निर्धारित है। शहर के वार्ड नंबर एक में अधिकांश प्रशासनिक महकमा का कार्यालय और आवासीय परिसर है इसीलिए सबसे पहले इस वार्ड को ही रोशनमय कर दिया गया।

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रोड की चौड़ाई अनुसार लग रही है एलइडी

इइएसएल द्वारा शहरी क्षेत्र में लगाए जा रहे एलइडी सड़क की चौड़ाई अनुसार लगाई जा रही है। सड़क की चौड़ाई अनुसार अलग-अलग वाट की एलइडी लग रही है।

सड़क की चौड़ाई------- कितने वाट का बल्ब

- गली - 35 वाट

- 10 फीट चौड़ी - 45 वाट-

- 12 फीट चौड़ी - 70 वाट

- मुख्य सड़क - 110 वाट

- हाई मास्ट लाइट- 190 वाट

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कोट

शहरी क्षेत्र में लाइट लगाने का काम इइएसएल कंपनी कर रही है। राज्य सरकार के निर्देश पर ही शहरी क्षेत्र में एलइडी बल्ब लगाया जा रहा है। शहर के सभी बिजली पोलों पर इस वर्ष के अंत तक हर हाल में एलइडी लगाने का निर्देश दिया गया है।

आदित्य कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद

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