कोरोना काल में भी रोजी-रोटी को परदेश जा रहे मजदूर
सहरसा। कोरोना को लेकर घोषित लॉकडाउन के बाद भी मजदूरों का पलायन थमने का नाम नहीं ले
सहरसा। कोरोना को लेकर घोषित लॉकडाउन के बाद भी मजदूरों का पलायन थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार की शाम दर्जनों मजदूर परिवार के भरण पोषण हेतु परदेश के विभिन्न शहर मजदूर करने के लिए निकले। क्षेत्र में पहले कोरोना और फिर बाढ़ ने लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न कर दी है। जिससे लोगों को जीवन यापन में परेशानी होने लगी है। हालांकि जरूरत मंद कंपनी के द्वारा पैसों का प्रलोभन देकर लग्जरी बस भेजकर मजदूरों को बुलाया जा रहा है। साथ ही काम खत्म होने पर पुन: वापस चले जाने को कह दिया जाता है। बीते गुरुवार की रात खगडिया जिले के धमारा घाट सहित क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों के एक जत्था मजदूर महाराष्ट्र जाने के लिए सोनवर्षा पहुंच कर बस का इंतजार कर रहे थे। मजदूरों का कहना था कि कोरोना की परवाह किए अब पेट की समस्या हो गई है। यहां मजदूरी नहीं मिल रही है जिस कारण दूसरे परदेश जा रहे हैं।