सेविका-सहायिका को मिले सरकारी कर्मचारी का दर्जा

सहरसा। सेविका-सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने समेत अन्य मांगों को लेकर जिले

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Aug 2020 07:18 PM (IST) Updated:Fri, 28 Aug 2020 06:17 AM (IST)
सेविका-सहायिका को मिले सरकारी कर्मचारी का दर्जा
सेविका-सहायिका को मिले सरकारी कर्मचारी का दर्जा

सहरसा। सेविका-सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने समेत अन्य मांगों को लेकर जिलेभर की सेविका-सहायिका ने गुरुवार को सीडीपीओ कार्यालय के समक्ष धरना दिया गया। संघ की जिलाध्यक्ष गुड़िया देवी की मौजूदगी में सेविका सहायिका ने मांगों को लेकर आंदोलन जारी रखने की बात कही। प्रखंड अध्यक्ष नुरून नेहा की अध्यक्षता में आयोजित धरना में वक्ताओं ने कहा कि सेविका-सहायिका कोविड 19 महामारी के संकट में भी सरकार एवं विभाग के आदेश व निर्देश के आलोक में ईमानदारी से काम की है। परंतु सरकार द्वारा सेविका-सहायिका की सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार की सुविधा नहीं दी गई। इस दौरान गोदभराई, अन्नप्राषण, केंद्र किराया, कोविड 19 किए गए काम का प्रोत्साहन राशि का भुगतान, बिना रिचार्ज राशि दिए मोबाइल से संबंधित कोई कार्य नहीं कराने, नई शिक्षा निति के आलोक में सेविका को शिक्षक का दर्जा देने को लेकर नारेबाजी की गई। धरनास्थल पर पहुंचे स्थानीय राजद विधायक मो.जफर आलम, कांग्रेस के वरीय नेता लक्षमीकांत शर्मा ने कहा कि महागठबंधन द्वारा विधानसभा चुनाव के घोषणापत्र में ही सेविका-सहायिका को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने की मांग को शामिल करेगी। कहा महागठबंधन की सरकार बनीं तो मांगों को पूरा किया जाएगा। धरना में रीतादेवी, रेणु कुमारी सिंह, चन्द्रकला कुमारी, कुमारी रेणु, मंजू कुमारी, भारती झा, वीणा देवी, बंसती देवी, राहत रहमानी, गुलनाज प्रवीण, ललिता कुमारी, सुशीला कुमारी, प्रेमलता देवी, कंता देवी सहित अन्य मौजूद थी। बाद में मांगों का ज्ञापन सीडीपीओ को सौंपा गया।

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