कभी भी नदी में समा सकता डरहार ओपी भवन
सहरसा। मानसून आते ही कोसी नदी का कहर पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर बढ़ जाता है। फिलहाल कोसी नदी की धारा डरहार ओपी के भवन को काटने पर आमदा है। वहीं डरहार पंचायत के वार्ड नंबर नौ के दर्जनों आशियाने के भी नदी में समाने का खतरा मंडरा रहा है।
सहरसा। मानसून आते ही कोसी नदी का कहर पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर बढ़ जाता है। फिलहाल कोसी नदी की धारा डरहार ओपी के भवन को काटने पर आमदा है। वहीं डरहार पंचायत के वार्ड नंबर नौ के दर्जनों आशियाने के भी नदी में समाने का खतरा मंडरा रहा है।
ग्रामीण विवेक यादव ने बताया कि जल संसाधन विभाग द्वारा महादलित टोले को बचाने के लिए ग्राम सुरक्षात्मक कार्य करवाया गया था। इसके कारण कोसी के कोप से बचने की उम्मीद है, लेकिन, बगल से निकलने वाली धारा की चपेट में वार्ड नंबर नौ के दर्जनों परिवार का घर आ सकते हैं। कई बार कार्यपालक अभियंता के समक्ष सुरक्षात्मक कार्य की मांग की गई लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। खुर्शीद आलम ने कहा कि उनके घर के साथ ही मो कलीमउद्दीन, मो शमशेर, मो मुख्तार, अब्दुल हलीम आदि के घर के सामने नदी का दबाव बना हुआ है। नदी की मुख्य धारा से निकली एक अन्य धारा डरहार ओपी के बगल से गुजरने लगी है जो कभी भी मुख्य सड़क को काटते हुए ओपी को अपने में समा सकती है। ओपी का अपना कोई भवन नहीं है यह सामुदायिक भवन में सालों से संचालित है।