हाटी में भी कहर बरपाने लगी कोसी, प्रशासन बना मूकदर्शक

सहरसा। पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर केदली डरहार पंचायत के बाद हाटी पंचायत पर भी कोसी नदी कहर बरपाने लगी है। विगत तीन-चार दिन से हो रहे कटाव में हाटी गांव के एक दर्जन घर नदी में समा चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 06:58 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 06:58 PM (IST)
हाटी में भी कहर बरपाने लगी  कोसी, प्रशासन बना मूकदर्शक
हाटी में भी कहर बरपाने लगी कोसी, प्रशासन बना मूकदर्शक

सहरसा। पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर केदली, डरहार पंचायत के बाद हाटी पंचायत पर भी कोसी नदी कहर बरपाने लगी है। विगत तीन-चार दिन से हो रहे कटाव में हाटी गांव के एक दर्जन घर नदी में समा चुके हैं। प्रभावित परिवारों ने राहत और बचाव कार्य चलाने की मांग की, लेकिन अब तक इन परिवारों को धूप और बरसात से बचने के लिए पॉलीथिन शीट भी नसीब नहीं हुआ है। सुरक्षित स्थान पर आवाजाही के लिए लोग भाड़े का नाव इस्तेमाल कर रहे हैं। अंचल प्रशासन द्वारा मुहैया कराया गया नाव कम पड़ रहा है।

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सीओ ने किया कटाव स्थल का निरीक्षण

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कोसी नदी के कटाव से प्रभावित गांव रामपुर, छतवन, पहाड़पुर, बगहाखाल, हाटी का निरीक्षण नव पदस्थापित सीओ अनिल कुमार ने सीआई अर्जुन पासवान एवं जिप प्रतिनिधि मंसूर आलम खान के साथ किया । सीओ ने लोगों का त्वरित राहत सामग्री देने का आश्वासन दिया।

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प्रशासनिक महकमा दिख रहा सुस्त

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कटाव प्रभावित परिवारों के बीच राहत एवं बचाव कार्य के प्रति प्रशासनिक महकमा सुस्त पड़ा हुआ है । मानसून आने के कुछ दिन के बाद लगभग एक पखवारा से तटबंध के अंदर कटाव जारी है लेकिन पीड़ित परिवारों को राहत के नाम पर कुछ भी मुहैया नहीं कराया गया है। यहां तक कि राजस्व कर्मचारियों द्वारा कार्यालय में अब तक प्रभावित परिवारों की सूची भी जमा नहीं की गई है। सीआई अर्जुन पासवान ने स्वीकार किया कि सूची अभी कर्मचारी के पास ही है।

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कोसी का जलस्तर बढ़ा

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कोसी के जलस्तर में सोमवार को मामूली वृद्धि दर्ज की गई है। सुबह से ही बीरपुर बैराज पर जलस्त्राव बढ़ता रहा । शाम 4 बजे 1 लाख 23 हजार क्यूसेक नापा गया है। सीओ अनिल कुमार ने बताया कि तटबंध सुरक्षित हैं। कहीं भी दबाव नहीं है।

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