राखी बांध भाई की लंबी उम्र की कामना

सहरसा। जिले में भाई बहन के अटूट प्यार का पर्व रक्षा बंधन हर्षोंल्लास के साथ संपन्न हो गया। साव

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 05:19 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 06:01 PM (IST)
राखी बांध भाई की लंबी उम्र की कामना
राखी बांध भाई की लंबी उम्र की कामना

सहरसा। जिले में भाई बहन के अटूट प्यार का पर्व रक्षा बंधन हर्षोंल्लास के साथ संपन्न हो गया। सावन माह के अंतिम दिन सोमवार को पूर्णिमा रहने के कारण रक्षा बंधन का त्योहार लोगों के लिए खास बन गया। सुबह से ही घरों में पूजा पाठ का माहौल रहा। महिलाएं सुबह से घर-आंगन को धोने में लगी रही। इसके बार पूर्णिमा को लेकर जगह-जगह घरों में सत्यनारायण भगवान की पूजा की गयी। दूसरी ओर रक्षा बंधन को लेकर बहनें सुबह से राखी बांधने की तैयारी में जुटी रही। रक्षा बंधन को लेकर बहनों ने अपने-अपने भाईयों को तिलक लगाकर आरती उतारी और उसकी कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना की। वहीं इस मौके पर भाईयों ने अपनी बहन को जीवनभर उसकी सुरक्षा करने का संकल्प लिया। राखी बांधने के बाद भाई ने अपनी-अपनी बहन को उपहार भेंट किए तथा उसे खुश रहने का आर्शीवाद दिया। इस बार रक्षा बंधन को लेकर बाहर रह रही बहनें कोरोना वायरस को लेकर लागू लॉकडाउन के कारण इस बार अपने भाई के घर नहीं पहुंच सकी। जिस कारण पहले ही डाक से ही राखी घर भिजवा दी गई थी। भाइयों ने बहन द्वारा भेजी गई राखी बांधकर खुशियां मनायी। शहर की गांधी पथ की रहनेवाली रूबी की शादी सिलीगुड़ी हुई। हर बार सहरसा आकर अपने भाई को राखी बांधती थी। इस बार लॉकडाउन के कारण सहरसा नहीं आ सकी तो डाक से ही राखी भिजवा दी।

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घर में ही बनी मिठाई

लॉकडाउन के कारण इस बार घरों में ही लोगों ने घर में ही मिठाई बनायी। रक्षा बंधन के मौके पर बहन अपने भाई को राखी बांध कर मिठाई खिलाती है। लॉकडाउन में मिठाई की दुकानें में भीड़ इस बार कम दिखी। कोरोना वायरस के डर से लोगों ने घर मं ही मिठाई बनवायी।

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पांच दिवसीय झूलन संपन्न

फोटो- 3 एसएआर-63

शहर के शंकर चौक ठाकुरबाड़ी मंदिर में पांच दिवसीय झूलन पारंपरिक तरीके से सादगीपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया। ठाकुरबाड़ी मंदिर में वैसे आमलोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगी थी। लेकिन परंपरा अनुसार पंडित विजय चौबे ने झूलन के मौके पर भगवान श्रीकृष्ण को झूला पर बिठाकर झुलाते रहे। पंडित ने बताया कि एकादशी से पूर्णिमा तक पांच दिनों तक झूलन मनाया गया। झूलन के मौके पर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अर्चना की गयी। वहीं कृष्ण झूला के दर्शन श्रद्धालुओं ने मंदिर के बाहर से किए। झूलन को लेकर पहले तीन दिनों का मेला लगता था। लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण मेला नहीं लगा। शहर के ठाकुरबाड़ी मंदिर के अलावा महावीर चौक मंदिर में मेला का आयोजन होता था।

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सावन की अंतिम सोमवारी को भक्तों ने की पूजा

सावन महीने के अंतिम दिन भक्तों ने भगवान शिव की पूजा अर्चना की। शिव मंदिरों में शिवलिग पर जलाभिषेक पंडित ने किया। वहीं शिव भक्तों ने आसपास कई मंदिरों में जाकर बाहर से ही भगवान शिव की आराधना की। सावन महीने के अंतिम दिन सहरसा शहर के समीप देवना मंदिर में भी श्रद्धालु पूजा के लिए पहुंचते रहे। गायत्री शक्तिपीठ स्थित प्रज्ञेश्वर महादेव पर भी पंडित द्वारा जलाभिषेक किया गया।

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