चित्रा नक्षत्र की बारिश से धान की फसल को भारी नुकसान

सहरसा। सोमवार की रात से शुरू हुई चित्रा नक्षत्र की बारिश और तेज हवा से खरीफ की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। जिस धान को किसान एक पखवाड़ा बाद काटने की तैयारी में थे वह तैयार पौधा खेतों में गिर पड़ा है जिसके खड़ा होने और धान को बचाने की संभावना बहुत कम बची है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 06:55 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 06:55 PM (IST)
चित्रा नक्षत्र की बारिश से धान 
की फसल को भारी नुकसान
चित्रा नक्षत्र की बारिश से धान की फसल को भारी नुकसान

सहरसा। सोमवार की रात से शुरू हुई चित्रा नक्षत्र की बारिश और तेज हवा से खरीफ की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। जिस धान को किसान एक पखवाड़ा बाद काटने की तैयारी में थे, वह तैयार पौधा खेतों में गिर पड़ा है जिसके खड़ा होने और धान को बचाने की संभावना बहुत कम बची है।

सोमवार की रात से बुधवार दस बजे तक जिले में 168.72 मिली वर्षा रिकार्ड किया गया जो जिले के सामान्य वर्षापात से काफी अधिक है।

इस वर्ष समय पर बारिश प्रारंभ होने के कारण धान रोपनी हेतु 67 हजार हेक्टेयर के लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा कर लिया। यास तूफान के कारण रबी फसल की बर्बादी झेल चुके किसानों को धान की अच्छी पैदावार की संभावना थी, परंतु मौसम ने करवट ली। जहां बाढ़ और अतिवृष्टि के कारण जुलाई माह में ही 38358 हैक्टेयर में लगा अगहनी धान और भदई मक्का बर्बाद हो गया, वहीं विगत तीन दिनों की बारिश से रही-सही कसर को भी पूरा कर दी है।

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क्षति का नहीं शुरू हुआ आकलन

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कृषि विभाग द्वारा इसका अबतक आकलन नहीं किया गया है। स्थानीय अधिकारी विभागीय निर्देश की प्रतीक्षा कर रहे हैं, परंतु किसान खेतों में गिरे फसल को देख खून के आंसू बहाने की स्थिति में आ गए हैं। चित्रा नक्षत्र की इस बारिश से न सिर्फ धान की फसल की बर्बादी हुई बल्कि इससे रबी के लिए खेत तैयार होने में भी वक्त लगेगा। इसका रबी की फसल पर भी प्रभाव पड़ेगा।

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क्या कहते हैं विज्ञानी

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कृषि विज्ञानी डा. आरसी यादव कहते हैं कि इस बारिश से दाना खोखला होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। इस समय का बारिश धान के लिए अहितकर है। सहुरिया के किसान मोहन यादव कहते हैं कि दो दिनों की बारिश ने धान की लहलहाती फसल को बर्बाद कर दिया। इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। महखड़ के रामगोविद मंडल का कहना है कि हमलोग दीपावली के समय धान काटने की तैयारी में थे। इस समय बारिश की कोई उम्मीद भी नहीं थी, असमय बारिश के कारण रबी की फसल को भी नुकसान होगा। प्रकृति की इस मार से किसानों को हुए नुकसान से सरकार ही उबार सकती है।

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क्या कहते हैं अधिकारी

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जिला कृषि पदाधिकारी दिनेश प्रसाद सिंह ने कहा कि विभागीय निर्देश प्राप्त होने के बाद यथोचित कार्रवाई की जाएगी।

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