खेतीबाड़ी पुस्तक से किसान हो रहे हैं जागरूक
सहरसा। खेतीबाड़ी पुस्तक से किसान नई तकनीक से खेती के लिए जागरूक हो रहे हैं। आत्मा के स
सहरसा। खेतीबाड़ी पुस्तक से किसान नई तकनीक से खेती के लिए जागरूक हो रहे हैं। आत्मा के सहायक प्रबंधक रणवीर कुमार आर्य कम लागत में नई तकनीक से अच्छी पैदावार के लिए खेती करने का गुर सीखा रहे हैं। किसान खाली समय का उपयोग खेती की नई तकनीक सीखने में कर रहे हैं। बिहार कृषि प्रबंधन एवं प्रसार प्रशिक्षण संस्थान बामेती पटना से प्रकाशित पुस्तकों के माध्यम से किसानों को नई-नई जानकारी दे रहे हैं। इसके माध्यम से किसानों को नयी तकनीक से खेती, अच्छे बीज का चयन, कीट और खर-पतवार प्रबंधन के बारे बताया जा रहा है। साथ ही परंपरागत खेती छोड़ने की अपील भी की जा रही है।
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क्षेत्र के किसानों के बीच बांटी जा रही छह पुस्तक
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किसानों के बीच अब तक छह प्रकार की पुस्तकों का वितरण किया गया है। इसमें समेकित कृषि प्रणाली, फसलों के रोग और कीट प्रबंधन, फसलों की उन्नत उत्पादन तकनीक, फसलों की वैज्ञानिक खेती, उद्यानिक फसलों की वैज्ञानिक खेती और खेती बारी से संबंधित पुस्तक है। मोहनपुर के किसान रंजन मिश्र शाहपुर के लाल मुखिया झमेली दास मुरादपुर के वाणिकांत नंदन मुखिया पुस्तक से खेती में सुविधा होने की बात बताते हैं।
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भूमि चयन से दौनी तक के प्रकिया की जानकारी
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फसलों की उन्नत उत्पादन तकनीक शीर्षक पुस्तक से किसानों को गेहूं व धान की वैज्ञानिक खेती के बारे में बताया जा रहा है। कृषि समन्वयक अर्चना ने कहा कि प्रमुख अनाज में जौ, मक्का, तेलहन में तोरी व सरसों, तीसी, तिल, दलहन में चना, मटर, मसूर, अरहर, मूंग, उरद, खेसारी की खेती का तरीका बताया जा रहा है। किसानों को फसल के अलावा पशुओं के चारा के लिए बरसीम, जई व नेपियर की खेती भूमि के चयन, खेत की तैयारी, बीज की बुआई की विधियां, सिचाई व जल प्रबंधन, निकाई-गुड़ाई व खरपतवार नियंत्रण, कटनी-दौनी से लेकर फसल में लगनेवाले प्रमुख कीट व रोग तथा उनके प्रबंधन के बारे में बताया जा रहा है।