सहरसा में 18-45 आयुवर्ग के टीकाकरण में नहीं है अपेक्षित प्रगति

जिले में कोरोना संक्रमण का खतरा समाप्त नहीं हुआ है। तीसरी लहर की तैयारी में सरकार व प्रशासन के अधिकारी लगे हुए हैं परंतु टीकाकरण कार्य में अपेक्षित तेजी नहीं आ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 07:27 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 07:27 PM (IST)
सहरसा में 18-45 आयुवर्ग के टीकाकरण में नहीं है अपेक्षित प्रगति
सहरसा में 18-45 आयुवर्ग के टीकाकरण में नहीं है अपेक्षित प्रगति

सहरसा। जिले में कोरोना संक्रमण का खतरा समाप्त नहीं हुआ है। तीसरी लहर की तैयारी में सरकार व प्रशासन के अधिकारी लगे हुए हैं, परंतु टीकाकरण कार्य में अपेक्षित तेजी नहीं आ रही है। जिले में वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, लेकिन डीएम व अन्य अधिकारियों के लगातार किए जा रहे आग्रह के बावजूद लोग टीकाकरण के लिए उत्साह नहीं दिखा रहे हैं। अबतक जिले में तील लाख 51 हजार 889 लोगों ने प्रथम डोज और 63453 लोगों ने दूसरा डोज ले लिया है। इसमें 18- से 45 आयुवर्ग की गति संतोषजनक नहीं है। इस आयुवर्ग के लोगों की आबादी सर्वाधिक है, परंतु मात्र एक लाख 64 हजार लोगों ने प्रथम डोज और 1890 ने दूसरा डोज लिया है। जो इस आयुवर्ग के लोगों की आबादी का 1.15 फीसद है। हेल्थ केयर वर्करों में 8095 ने प्रथम और 5900 ने दूसरा डोज लिया, जो इस वर्ग का 72.88 फीसद है। फ्रंट लाइन वर्करों में 7012 ने प्रथम और 3013 ने दूसरा डोज लिया, जो इस वर्ग का 42.97 फीसद है। 60 वर्ष से उपर आयुवर्ग के 85852 लोगों ने प्रथम और 28381 ने दूसरा डोज लिया, जो इस आयुवर्ग का 33 फीसद है।

यह सच है कि वर्तमान समय में जिले में कोरोना नियंत्रण में है, परंतु पाजिटिव मरीजों का मिलना बंद नहीं हुआ है। दूसरी ओर दूसरी लहर में जान- माल की क्षति को देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं,ताकि तीसरी लहर आने पर अधिक परेशानी का लोगों को सामना नहीं करना पड़े।

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