सड़क निर्माण कार्य करा रहे अभियंता और मजदूरों को मारपीट कर भगाया

सहरसा। शहर के सर्वा ढाला बायपास सड़क सहरसा बस्ती में सड़क निर्माण कार्य कर रहे अभियंता और मजदूरों को मारपीट कर भगा दिया और निर्माण कार्य रोक दिया। सड़क निर्माण कार्य कर रही कंपनी आरकेएस इंजीकॉन प्राइवेट लिमिटेड के प्रोपराइटर संवेदक अनिल कुमार सिंह ने पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखकर घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए अभियंता और मजदूरों के जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 06:24 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 06:24 PM (IST)
सड़क निर्माण कार्य करा रहे अभियंता 
और मजदूरों को मारपीट कर भगाया
सड़क निर्माण कार्य करा रहे अभियंता और मजदूरों को मारपीट कर भगाया

सहरसा। शहर के सर्वा ढाला बायपास सड़क सहरसा बस्ती में सड़क निर्माण कार्य कर रहे अभियंता और मजदूरों को मारपीट कर भगा दिया और निर्माण कार्य रोक दिया। सड़क निर्माण कार्य कर रही कंपनी आरकेएस इंजीकॉन प्राइवेट लिमिटेड के प्रोपराइटर संवेदक अनिल कुमार सिंह ने पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखकर घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए अभियंता और मजदूरों के जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है। वहीं सुरक्षा प्रदान की जरूरत बताते हुए विभागीय स्तर पर इस दिशा में दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। कार्यपालक अभियंता को लिखे गए पत्र में कहा कि रिफ्यूजी कॉलोनी से तिवारी टोला रोड में विभागीय अभियंता के देख रेख में पीक्यूसी का कार्य करवाया जा रहा है। इसी दौरान बायपास रोड सहरसा बस्ती के पास रात के नौ बजे 5-6 की संख्या में लोग हथियार से लैश होकर निर्माण कार्य स्थल पर आकर मेरे कर्मी अभियंता पवन कुमार, मो. मुजाहिद सहित अन्य मजदूरों के साथ मारपीट करने लगे और कहा कि यहां से भाग जाओ। सहरसा बस्ती के ही मो. जावेद, मो. आजाद, बुधन चौधरी एवं संतोष ठाकुर सहित चार पांच अन्य ने कहा कि एक लाख रुपये रंगदारी दोगे तो यहां कार्य करने दूंगा। विरोध करने पर आरोपितों ने निर्माण सामग्री लूट लिया और निर्माण कार्य को बंद करवा दिया। आरोपितों ने जाते-जाते मेरे कर्मियों से 17 हजार रुपये भी छीन लिया। मेरे मजदूर और स्टॉफ को किसी तरह अपनी जान बचाकर कार्य स्थल से भागना पड़ा। संवेदक ने आरोपितों के विरूद्ध कार्रवाई करने तथा सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध किया है जिससे निर्माण कार्य के दौरान कोई अप्रिय घटना घटित न हो। घटना की जानकारी जिलाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी , पुलिस अधीक्षक, अनुमंडल पुलिस अधीक्षक को भी दी गयी है।

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