रोजगार देनेवाला प्रतिनिधियों को है नए वोटरों की चाहत
सहरसा। लोकतंत्र के महापर्व विधानसभा आम निर्वाचन में सात नवंबर को पहली बार सहरसा जिले के भी
सहरसा। लोकतंत्र के महापर्व विधानसभा आम निर्वाचन में सात नवंबर को पहली बार सहरसा जिले के भी हजारों वोटर पहली बार मताधिकार का प्रयोग करेंगे। पहली बार मतदान करने के लिए नए वोटर जहां बेहद ही उत्साहित हैं, वहीं जात-धर्म से ऊपर उठकर क्षेत्र का विकास करने वाला और बेरोजगारों को रोजगार देने वाले प्रतिनिधि इनलोगों की चाहत है।
-------------
हमारा समाज अक्सर वोट के समय जाति-धर्म में बंट जाता है। यह लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है। हम पहली बार वोट करने के कारण मतदान के लिए बेहद ही उत्साहित हैं, परंतु वोट डालने से पूर्व तक इस बात का चितन करूंगी कि कौन-सा प्रत्याशी क्षेत्र का विकास करेगा और कौन आमलोगों की चिता करेगा।
शिल्पा कुमारी, बटराहा,
---------------
शिक्षा पाकर युवा वर्ग के लोग रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे हैं। दूसरी तरफ रोजगार में लगे लोगों की भी छंटनी हो रही है। हमें ऐसे प्रतिनिधि की आवश्यकता नहीं है, पहली बार वोट डालने के दौरान में इस बात का ध्यान भी रखूंगी कि प्रतिनिधि वहीं चुना जाए तो हमारी चिता करे।
मिताली तान्या, गौतम नगर
-----------------------
निर्वाचन आयोग ने हमलोगों को मताधिकार का जो हक दिया, उसका सकारात्मक सोच के साथ सदुपयोग करने की कोशिश करूंगा जो जिले को जर्जर सड़क, जलजमाव से मुक्ति दिलाएं। स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करे।
क्षितिज कुमार, नया बाजार
--------------------
रोजगार पाना युवाओं का सबसे बड़ा सपना होता है जो प्रतिनिधि और सरकार हमारी इस समस्या की ओर ध्यान देगा। फर्स्ट वोटर के रूप में वहीं हमारी पसंद होगी। हम ऐसे प्रत्याशी को ही अपना मत देना चाहेंगे।
जीत राज, न्यू कॉलोनी, सहरसा।
-----------------
गरीब मेधावी छात्र पैसे के अभाव में अपने मुकाम तक नहीं पहुंच पाते। ऐसी सरकार और ऐसा प्रतिनिधि हमारी पसंद होगी, जो समान शिक्षा का अवसर प्रदान करे और शिक्षा प्राप्ति के बाद रोजगार मुहैया कराने में सहायक हो।
आदित्य कश्यप, गंगजला।