न शिक्षक न छात्रों का पता, लाखों रुपये खर्चकर बना दिया स्कूल भवन
सहरसा। विद्यालय में न तो छात्रों का दाखिल हुआ है और न ही शिक्षक ही पदस्थापित हैं किंतु
सहरसा। विद्यालय में न तो छात्रों का दाखिल हुआ है और न ही शिक्षक ही पदस्थापित हैं, किंतु शिक्षा विभाग ने लाखों रुपये खर्च कर विद्यालय भवन का निर्माण कर दिया। हालांकि प्रखंड क्षेत्र के किसनपुर पंचायत में बने उच्चतर माध्यमिक का निर्माण कार्य तीन साल पहले हो चुका है, लेकिन, आज भी इस विद्यालय में न किसी शिक्षक का पदस्थापन हुआ और न ही एक भी छात्र का नामांकन।
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छह साल पहले उत्क्रमित उच्च स्तरीय विद्यालय में दी गई थी स्वीकृति
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प्रखड क्षेत्र के मध्य विद्यालय किसनपुर. मवि पतरघट. मवि कमलजड़ी. मवि पतरघट. मौनी मवि कहरा. मवि धबौली. मवि घोघनपटटी. को उच्च स्तरीय प्लस टू का दर्जा दिया गया। लेकिन उक्त विद्यालय में छह साल बाद भी एक भी शिक्षकों का पदस्थापन नहीं किया गया। सभी विद्यालयों से लगभग एक हजार छात्र एवं छात्रा माध्यमिक बोर्ड परीक्षा में उत्तीर्ण होते हैं। लेकिन, प्रखंड क्षेत्र के एक भी प्लस टू में नामांकन नहीं करा पाते हैं। जिस कारण अधिकतर गरीब छात्रों को अन्य कॉलेज में प्रवेश करना संभव नहीं होता है। खास कर छात्राओं को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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क्या कहते हैं प्रधानाध्यापक
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प्रधानाध्यापक राजीव कुमार सिंह. प्रधानाध्यापक संजीव कुमार सिंह. प्रधानाध्यापक अरविद कुमार. प्रधानाध्यापक शिवनंदन मिश्र. कहते हैं कि उनके विद्यालय में मध्य विद्यालय स्तर के शिक्षक हैं। उच्चतरीय विद्यालय के लिए शिक्षक के पदस्थापन नहीं होने के कारण छात्रों का नामांकन नहीं किया जा सकता है।