कोरोना काल में सामाजिक दायित्व निभा रहे हैं आनंद
सहरसा। कोरोना काल की शुरुआत के बाद लोगों को अपनी स्वास्थ्य की चिता अधिक होने लगी वहीं कपि
सहरसा। कोरोना काल की शुरुआत के बाद लोगों को अपनी स्वास्थ्य की चिता अधिक होने लगी वहीं कपिलेश्वर दिलमणि प्लस टू उच्च विद्यालय के शिक्षक सह रंगकर्मी आनंद कुमार झा ने इस काल में अपना सामाजिक दायित्व निभाने में डटे रहे। पहली बार कोरोना वायरस संक्रमण के के दौरान लोगों तक पहुंचकर उन्हें इस बीमारी के प्रति जागरूक किया। मास्क पहनने, शारीरिक दूरी बनाए रखने व बार-बार साबुन से हाथ धोने का लोगों को आग्रह करते रहे। मुरादपुर के स्कूल में प्रवासी लोगों के लिए बनाए गए आइसोलेशन सेंटर की कमान उन्होंने संभाली थी। वहां लोगों को कोरोना से लड़ने, योग, खेलकूद एवं मनोरंजन की व्यवस्था कराया । इसके बाद जब कोरोना से वैक्सीन से बचाव की दवा आई तो लोग इसे लगवाने में संकोच कर रहे थे, तब भी बतौर ग्रामीण व शिक्षक की भूमिका निभाते हुए लोगों से बातचीत की और उन्हें यह टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया। मुरादपुर कृष्ण मंदिर में घंटों मोबाइल फोन के साथ बैठकर एप पर 45 वर्ष उम्र तक के लोगों का वैक्सीन हेतु रजिस्ट्रेशन करते रहते हैं । उन्होंने कहा कि शिक्षक होने के नाते समाज के प्रति उनका दायित्व है कि इस महामारी में आगे बढ़कर अपना योगदान दें। इस महामारी के आने के बाद वह अपने समाजसेवा के पथ पर आगे बढ़ें। बीएचयू में पढ़ाई के क्रम सामाजिक दायित्व की सीख इस राह पर आगे बढ़ने के काम आ रहा है। लोगों में इस महामारी को लेकर उत्पन्न डर मिटाना उन्हें समझना और फिर गाइडलाइन का पालन करने के लिए जागरूक करना एक संतुष्टि देता है।