फसल क्षति का नहीं हो रहा आकलन, किसानों में आक्रोश
सहरसा। पिछले दिनों हुई असामान्य बारिश एवं प्रकृति के प्रकोप के कारण प्रखंड क्षेत्र में सैकड़ों एकड़ मे
सहरसा। पिछले दिनों हुई असामान्य बारिश एवं प्रकृति के प्रकोप के कारण प्रखंड क्षेत्र में सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल का आकलन नहीं किये जाने से किसानों में आक्रोश है। किसानों का कहना है कि खेत में लगी धान की फसल से फूल झड़ गया है और दाना नहीं आया है। जिसे देखकर किसान हताश और निराश हैं। जिस कारण किसानों को लागत के अनुरूप आधा भी फसल पाना मुश्किल हो गया है। किसानों ने बताया कि खेत में फसल को कई सिचाई कर तैयार किया। किसानों का कहना है कि असामान्य बारिश से फसल के शीश का फूल झड़ दिया गया। जिससे धान की बाली दानाविहीन हो गई है। जबकि किसानों का मुख्य फसल धान से कई प्रकार के उम्मीद लगाए रहते हैं। लेकिन अधिकारियों द्वारा उनका कोई सुध नहीं ली जा रही है। मुआवजा मिलना तो दूर की बात है। किसान सलाहकार के सिवाय आज तक कोई देखने तक नहीं आया है। सिरादेयपट्टी, बिशनपुर, बलुआहा, दुधैला, परविनियां, भरौली, अमरपुर सहित अन्य गांव के किसान परेशान हैं। किसान सुबोध कुमार, रामबहादुर साह, महेंद्र यादव, गुरु प्रसाद साह, अजय साह, श्याम सुंदर कुमार, क्रांति देवी, सुनील साह, मुकेश कुमार, सिकेन्द्र साह, जगदीश साह आदि ने कहा कि बैंक से कर्ज लेकर खेती किये हैं। कई बार से इसी तरह मौसम की मार से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। सरकार के अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधियों तक किसानों को कोई देखने वाला नहीं है। अब हमलोग मजबूर होकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। वहीं जिप उपाध्यक्ष छत्री यादव ने कहा कि हम पीड़ित किसानों के साथ हैं। अधिकारियों द्वारा अब तक किसानों की सुध नहीं ली गई है। इसको लेकर आंदोलन किया जाएगा।