अपहृता की बरामदगी नहीं होने पर दिया धरना
सहरसा। गत 18 सितंबर को 13 वर्षीय अपहृत लड़की की बरामदगी नहीं होने के विरोध में बुधवार को
सहरसा। गत 18 सितंबर को 13 वर्षीय अपहृत लड़की की बरामदगी नहीं होने के विरोध में बुधवार को स्वजनों और स्थानीय ग्रामीणों ने मिलकर स्टेडियम के आगे धरना दिया। इनलोगों के धरने में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी शिरकत कर बरामदगी के पक्ष में समर्थन किया।
इस दौरान धरनार्थियों ने जिलाधिकारी को दिए गए ज्ञापन के माध्यम से कहा है कि गांव के ही एक मनचला नौजवान रामतुला कुमार सिंह द्वारा अन्य सहयोगियों के सांठगांठ से छात्रा को गायब कर दिया गया। इस संबंध में सदर थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई, लेकिन ढाई महीना बीत जाने के बाद भी लापता छात्रा का अता- पता नहीं चल रहा है। धरनार्थियों ने कहा कि उनलोगों को आशंका है कि छात्रा को किसी गलत लोगों के हाथ बेच दिया गया या कोई साजिश कर हत्या कर दी गई। बताया कि नाबालिग के पिता द्वारा लिखित व मौखिक रूप से कई बार आला अधिकारियों से गुहार लगाया, परंतु अबतक कोई परिणाम सामने नहीं आया। दूसरी ओर घटना में शामिल लोगों द्वारा परिजनों पर कई तरह से मानसिक दबाव बनाया जा रहा है। इन लोगों ने गायब छात्रा को तुरंत बरामदगी और अभियुक्तों पर कार्रवाई की मांग की। धरना में ग्रामीणों के अलावा पूर्व विधायक अरूण कुमार, राजद जिलाध्यक्ष मो. ताहीर, माकपा राज्य सचिवमंडल सदस्य विनोद कुमार, राजद नेता गजेन्द्र यादव, पूर्व मुखिया भूपेंद्र यादव, माकपा के मो. तौहीद आलम आदि मौजूद रहे।