फेसबुक पर फर्जी आइडी बनाकर पैसे की हो रही मांग

सहरसा। सोशल मीडिया के बढ़ते प्रचलन के बीच इस प्लेटफार्म का उपयोग अब आपराधिक तत्व लोगों को

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 06:38 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 06:38 PM (IST)
फेसबुक पर फर्जी आइडी
बनाकर पैसे की हो रही मांग
फेसबुक पर फर्जी आइडी बनाकर पैसे की हो रही मांग

सहरसा। सोशल मीडिया के बढ़ते प्रचलन के बीच इस प्लेटफार्म का उपयोग अब आपराधिक तत्व लोगों को ठगी का शिकार बनाने के लिए भी कर रहे हैं। फर्जी आईडी बनाकर ऐसे तत्व लोगों से पैसे की मांग कर रहे हैं। खासकर लड़की या किसी अधिकारी व चर्चित चेहरे के नाम पर फर्जी अकाउंट बनाकर ठगी की कोशिश की जाती है।

----

केस एक

----

कुछ दिन पहले सदर थानाध्यक्ष आरके सिंह के नाम का फर्जी फेसबुक आइडी बनाया गया था। इस आइडी के माध्यम से कई लोगों को मैसेज भी भेजा गया और कुछ से रुपये की डिमांड भी की। लोगों को फर्जी होने का संदेह हुआ तो इसकी सूचना थानाध्यक्ष को दी। जिसके बाद उन्होंने अपने अकाउंट से फर्जी अकांउट बनाने का मैसेज देते हुए कई लोगों को फोन से भी इसकी जानकारी दी। जिसके बाद साइबर सेल की मदद से फर्जी आइडी बनाने वालों की तलाश में पुलिस जुट गई है।

----

केस दो

----

अधिवक्ता संगीता सिंह के नाम से फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर कई लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा गया तो कई को मैसेज भेजकर पैसे की मांग की गई। जब कुछ लोगों ने फोन से अधिवक्ता से संपर्क किया तब इसका खुलासा हुआ। जिसके बाद अधिवक्ता ने फर्जी आइडी बनाने को लेकर सदर थाना में आवेदन दिया। जिसकी जांच में पुलिस जुटी हुई है।

----- कैसे करें फर्जी आइडी की पहचान

----

फर्जी फेसबुक आइडी की पहचान लोग खुद भी कर सकते हैं। इंजीनियर हेमंत कश्यप कहते हैं कि आइडी देखकर ही सच व झूठ का अंदाजा लगाया जा सकता है। बताया कि सबसे पहले प्रोफाइल फोटो देखना चाहिए। सिर्फ एक या दो फोटो रहने से फर्जी होने का अंदाजा लगाया जा सकता है। यही नहीं फोटो की सच्चाई जानने के लिए गूगल के इमेज सर्च इंजन टूल का उपयोग किया जा सकता है। रिसेंट एक्टिविटी भी देखना चाहिए। टाइमलाइन से भी फर्जी की पहचान हो सकती है। अगर मोबाइल नंबर नहीं हो तो उसे फर्जी माना जा सकता है। फ्रेंड लिस्ट भी देखकर इसकी सच्चाई जानी जा सकती है।

----

जिस मोबाइल अथवा कंप्यूटर से यह फेसबुक और दूसरी वेबसाइट एकाउंट बनाया जाता है उसका तमाम डाटा सरबर में मौजूद रहता है। पुलिस साइबर सेल की मदद से इसका आसानी से पता लगा सकती है।

कमरे आलम, टीडीएम, बीएसएनल, सहरसा।

----

क्या है कानूनी प्रावधान

----

अधविक्ता कृष्ण मोहन मिश्र कहते हैं कि 67 आईटी एक्ट में आरोपित को तीन साल की सजा व जुर्माना हो सकती है। इसके अलावा अश्लीलता मामले में दूसरी धारा लगाई जाती है जिसमें भी सजा का प्रावधान है।

chat bot
आपका साथी