राशन कार्ड बनवाने में दलालों की कट रही चांदी
सहरसा। राशन कार्ड बनाने में दलालों की चांदी कट रही है जिसके कारण लाभुकों को बिना दलाल के माध्यम से राशन कार्ड नहीं बन रहा है। सरकार द्वारा दिए गए निर्देश में राशन कार्ड से वंचित परिवारों का राशनकार्ड निर्माण के लिए लाभुकों को आरटीपीएस काउंटर पर प्रपत्र क और परिवार अलग करने के लिए प्रपत्र ख फार्म भरकर संबंधित कागजात के साथ जमा करना है। जिसे प्रखंड स्तर से जांच के बाद बीडीओ के अनुशंसा के उपरांत अनुमंडल कार्यालय भेजा जाता है। लेकिन इस कार्य में दलाल इस कदर हावी हो चुके हैं कि सरकार के निर्देश को ठेंगा दिखा रहे हैं।
सहरसा। राशन कार्ड बनाने में दलालों की चांदी कट रही है जिसके कारण लाभुकों को बिना दलाल के माध्यम से राशन कार्ड नहीं बन रहा है। सरकार द्वारा दिए गए निर्देश में राशन कार्ड से वंचित परिवारों का राशनकार्ड निर्माण के लिए लाभुकों को आरटीपीएस काउंटर पर प्रपत्र क और परिवार अलग करने के लिए प्रपत्र ख फार्म भरकर संबंधित कागजात के साथ जमा करना है। जिसे प्रखंड स्तर से जांच के बाद बीडीओ के अनुशंसा के उपरांत अनुमंडल कार्यालय भेजा जाता है। लेकिन इस कार्य में दलाल इस कदर हावी हो चुके हैं कि सरकार के निर्देश को ठेंगा दिखा रहे हैं। महिषी के लाभुक का राशनकार्ड दूसरे प्रखंड से बना लिया जाता है।
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कई लोगों का दूसरे प्रखंड से बना कार्ड
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महिषी प्रखंड के मनोवर पंचायत के जलई निवासी अब्दुल बलिक ,अलीम मुसा ,मो.अलीम मुसा ,यश्मी प्रवीण सहित करीब एक दर्जन लोगों का राशनकार्ड महिषी प्रखंड के बाहर अन्य प्रखंडों से बनाया गया। ये दलालों की पहुंच को दर्शाता है। हर प्रखंड के बीडीओ का अपना गुप्त आईडी और पासवर्ड होता है जिसकी गोपनीयता नहीं रखी जा रही है। आरटीपीएस में जमा फार्म पर बीडीओ के हस्ताक्षर होने चाहिए जो इस प्रकार दूसरे प्रखंड से बने राशनकार्ड में स्थानीय बीडीओ के हस्ताक्षर किसके द्वारा किया जाता है। यह सवाल बन गया है।
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इस प्रकार की शिकायत आयी है। जांच करवायी जा रही है। जांच में दोषी पाए जाने वाले कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शंभूनाथ झा, सदर एसडीओ