ग्रामीण क्षेत्र में मनमाने दाम पर बिक रहा ऑक्सीमीटर

सहरसा। कोरोना संक्रमण के कोहराम के बीच बाजार में आक्सीमीटर मनमाने दाम पर बिक रहा है

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 05:46 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 05:46 PM (IST)
ग्रामीण क्षेत्र में मनमाने दाम 
पर बिक रहा ऑक्सीमीटर
ग्रामीण क्षेत्र में मनमाने दाम पर बिक रहा ऑक्सीमीटर

सहरसा। कोरोना संक्रमण के कोहराम के बीच बाजार में आक्सीमीटर मनमाने दाम पर बिक रहा है। कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने पर जांच के लिए ऑक्सीमीटर का उपयोग किया जाता है जिसकी मांग ग्रामीण बाजार में भी बढ़ गई है। ऑक्सीमीटर का उपयोग इस कोरोना संक्रमणकाल में थर्मामीटर की भांति हर घर में होने लगा है। कुछ महीने पहले जहां इसकी बाजार में नहीं के बराबर बिक्री थी। आज मांग कई गुना बढ़ गई है। ऑक्सीमीटर पल्स रेट और शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा रिकॉर्ड करता है। जब कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित होता है, तो उसका ऑक्सीजन लेवल कम हो सकता है। उसे सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। ऐसे में लोग कोरोना से संक्रमित होने की आशंका को देखते हुए ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन की मात्रा नापते हैं।

दवा दुकानदार मुकेश कुमार ने कहा कि दस दिन पहले तक ग्रामीण बाजार में ऑक्सीमीटर के खरीदार ना के बराबर थे, लेकिन कुछ दिनों से अचानक ग्राहक सामने आ गए। मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव दीपक चौधरी के अनुसार ऑक्सीमीटर का दाम थोक बाजार में आठ सौ रुपये से लेकर 1200 रुपये तक है, लेकिन खुदरा में दो से ढाई हजार रुपये तक एक ऑक्सीमीटर का दाम लिया जा रहा है। जो मनमाने दाम का प्रमाण है।

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मांग के अनुरूप बाजार में कमी

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मांग के अनुरूप शहर के एजेंसी में ऑक्सीमीटर की कमी है। शाहपुर के दुकानदार संजय कुमार बताते हैं गांव के दुकानदार को आक्सीमीटर नहीं दिया जा रहा है। दवा एजेंसी में ऑक्सीमीटर पटना से मंगाया जाता है। जहां दिल्ली और मुंबई से आपूर्ति की जाती है। दोनों बड़े शहर में लॉकडाउन लगने से ऑक्सीमीटर नहीं आ रहा है। ऑक्सीमीटर की कमी दूर होते ही मांग भी पूरी की जाएगी एवं मूल्य नियंत्रित हो जाएगा।

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क्या कहते हैं चिकित्सक

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पल्स ऑक्सीमीटर शरीर के ऑक्सीजन नापने के लिए कारगर यंत्र है। इस समय प्रत्येक घरों में ऑक्सीमीटर होना चाहिए। जिससे शरीर के ऑक्सीजन नापा जा सके। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल 95 से 100 के बीच दिखाई दे तो घबराने की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन अगर यह 92 या उससे नीचे दिखे तो ऐसे स्थिति में तुरंत चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।

डॉ संजीव कुमार सिंह,

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, नवहट्टा

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