बीमारों की सलामती की दुआ मांग रहे रोजेदार
सहरसा। रमजान के महीने में रोजेदार पांचों वक्त की नमाज अदाकर कोरोना के खात्मे की दुआएं मा
सहरसा। रमजान के महीने में रोजेदार पांचों वक्त की नमाज अदाकर कोरोना के खात्मे की दुआएं मांग रहे हैं। रोजेदारों ने बारगाहे-इलाही में कोरोना के चलते अस्पतालों में भर्ती बीमारों की सलामती की दुआ मांगी। गुलाब मस्जिद, नवहट्टा के इमाम मोहीउद्दीन ने सबों से कोरोना नियमों का पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि बिना वजह घर से बाहर बिल्कुल न निकलें। भीड़ वाली जगहों पर शारीरिक दूरी नियमों का पालन करें, मास्क लगाकर रखें और सैनिटाइजर या साबुन-पानी से हाथ को धोते रहें। कहा हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले दिनों में परवरदिगार की रहमत नाजिल होगी। ये वो महीना है जिसमें रोजेदार सब्र से काम लेता है। अपनी भूख और प्यास को बर्दाश्त कर दूसरों की मदद को हमेशा तैयार रहता है ।
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रमजान में गुलजार नहीं होता मस्जिद
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कोरोना गाइडलाइन पालन करने के कारण रमजान में मस्जिद गुलजार नहीं हो रहा है। माहे रम•ान के समय रात से लेकर सेहरी तक सड़कें गुलजार रहती थीं और दुकानें खुली रहती थी। मस्जिद में इफ्तार के लिए लोग आसपास के इलाकों से आते थे और मस्जिद परिसर में सूरज ढलने के बाद अपना रोजा खोलते थे। मंझौल, नवहट्टा, रमौती, दिवरा, डरहार आदि मस्जिद के इमाम भी लोगों से सरकार के दिशा-निर्देशों को पालन करने को कह चुके हैं। मस्जिद में नमाज अदा नहीं किया जाता है। इमाम ने लोगों से घर पर रहकर नमाज और इफ्तार करने की अपील की है।