कोरोना निगल गया लग्न का बाजार
सहरसा। लग्न की शुरुआत होने से ठीक पहले कोरोना संकट ने लग्न से जुड़े कपड़ा किराना आ
सहरसा। लग्न की शुरुआत होने से ठीक पहले कोरोना संकट ने लग्न से जुड़े कपड़ा, किराना आदि कारोबार को भी पूरी तरह से चौपट कर दिया है। वैवाहिक सीजन निकल जाने से दुकानदार निराश हो गए हैं। कपड़ा दुकानदार रितेश कुमार बताते हैं कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी पूरा धंधा समाप्त हो गया। व्यापारी अब अपनी पूंजी ही खाकर कर्ज के अंधेरे खाई की तरफ बढ़ रहे हैं। कमाई तो है नहीं, ऊपर से खर्चा कम होने का नाम नहीं ले रहा है।
व्यापारियों को इएमआइ, दुकान किराया, बिजली बिल आदि की चिता सताने लगी है। किराना दुकानदार हरे राम चौधरी का कहना है कि कोरोना संकट के कारण दूसरे गांव से लोगों का आना कम ही नहीं, लगभग बंद हो गया है। प्रखंड मुख्यालय बाजार के अलावा चंद्रायण, मुरादपुर, डुमरा, शाहपुर में डेढ़ सौ से अधिक किराना की दुकानें हैं। एक दुकान में शादी, विवाह, उपनयन, मुंडन आदि को लेकर प्रतिदिन लगभग पचास से लाख रुपये तक का कारोबार होता है। ऐसे में व्यापारी कोरोना से अपनी जान बचाए कि कारोबार देखें। यह समय बहुत ही मुश्किल भरा है। साहपुर के महेश गुप्ता ने बताया कि कोरोना की भयावहता को देखते हुए सरकार रात का कर्फ्यू लगा दिया है। कई लोगों ने अपनी दुकानें बंदकर दी है, उनका कहना है कि जान बची रहेगी तो कारोबार तो जिदगीभर कर लेंगे।