कोरोना के कारण बाजारों में नहीं रहती है चहल-पहल
सहरसा। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण ग्रामीण बाजार की रौनक खत्म हो गई है। सड़क पर
सहरसा। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण ग्रामीण बाजार की रौनक खत्म हो गई है। सड़क पर लोग एवं दुकान पर ग्राहक नहीं के बराबर पहुंच रहे हैं। दुकानदारों ने बताया कि लॉकडाउन जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। बीमारी के लगातार बढ़ते ग्राफ का असर है कि लोग बाजार आने से कतराते हैं। केवल जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए ही खरीदारी के लिए बाजार निकलते हैं। किराना सामान के दुकानदार राज किशोर चौधरी ने बताया कि बिक्री पूरी तरह मंदा पड़ गया है। दिन भर इंतजार करने के बाद भी कुछ स्थाई ग्राहक ही दुकान पर आते हैं। श्रृंगार सामान विक्रेता सुमन सुधाकर का कहना है कि चैती दुर्गा, रमजान को लेकर दुकान में लाया गया कॉस्मेटिक सामान ज्यों का त्यों पड़ा हुआ है। खरीदार दुकान पर आते ही नहीं है। स्टेशनरी सामान बेचने वाले अभिमन्यु अमर भी बाजार की स्थिति देख पूरी तरह मायूस हैं उन्होंने बताया कि दुकान खोल कर बैठना भी बेकार लग रहा है। स्कूल कोचिग संस्थान आदि बंद होने के वजह से बच्चे पढ़ाई लिखाई का सामान भी लेने नहीं पहुंचते हैं। कपड़ा विक्रेता रितेश ने बताया कि विगत एक सप्ताह से एक भी ग्राहक नहीं आये हैं। सुबह दुकान खोलने के बाद भी शाम तक खाली गल्ले के साथ दुकान बंद करना पड़ता है।