शौचालय के बदबूदार पानी के बीच चल रहा सोनवर्षा पीएचसी में मरीजों का इलाज

संसू सोनवर्षाराज (सहरसा) बीमार मरीज इलाज के लिए अस्पताल पहुंचते हैं लेकिन सोनवर्षा अस्पताल में स्वस्थ व्यक्ति के भी बीमार पड़ जाने का खतरा मंडरा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 06:02 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 06:02 PM (IST)
शौचालय के बदबूदार पानी के बीच चल  रहा सोनवर्षा पीएचसी में मरीजों का इलाज
शौचालय के बदबूदार पानी के बीच चल रहा सोनवर्षा पीएचसी में मरीजों का इलाज

संसू, सोनवर्षाराज (सहरसा) : बीमार मरीज इलाज के लिए अस्पताल पहुंचते हैं, लेकिन सोनवर्षा अस्पताल में स्वस्थ व्यक्ति के भी बीमार पड़ जाने का खतरा मंडरा रहा है। यहां शौचालय टैंक के बदबूदार पानी के लिए मरीजों का इलाज चल रहा है। गुरुवार को दैनिक जागरण ने आन द स्पाट अस्पताल का जायजा लिया तो व्यवस्था छिन्न-भिन्न नजर आई। सुबह 8.30 में जब जागरण टीम अस्पताल पहुंची तो चिकित्सक ड्यूटी पर तैनात दिखे लेकिन अव्यवस्था मुंह चिढ़ा रहा था। परिवार नियोजन शिविर को लेकर को महिला मरीज एवं स्वजनों की भीड़ थी। मुख्य द्वार पर बने ओपीडी कक्ष में चिकित्सक सुमन कुमार अपनी ड्यूटी पर तैनात थे, लेकिन 08: 35 बजे दवा वितरण कक्ष के साथ साथ मरीज पंजीकरण काउंटर बंद था। हालांकि कुछ देर बाद पीएचसी कर्मी द्वारा दवा वितरण कक्ष को खोला गया।

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परिसर में फैला था शौचालय टैंक का बदबूदार पानी

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पड़ताल के दौरान पाया गया कि पीएचसी की स्वास्थ्य व्यवस्था मरीजों को ठीक करने की जगह बीमार करने की स्थिति में थी। शौचालय के टैंक का बदबूदार पानी दवा वितरण कक्ष एवं महिला वार्ड के बीचों बीच फैला हुआ था। स्थिति यह थी कि मरीज या स्वजन दवा वितरण कक्ष तक जाने से परहेज कर रहे थे। मजबूरीवश नाक ढंककर दवा वितरण कक्ष तक जाने को मजबूर थे।

मालूम हो कि बरसात के समय में भी पीएचसी में जलजमाव की समस्या थी। अब शौचालय के टैंक के बदबूदार पानी के परिसर में फैलने से पीएचसी पहुंचने वाले मरीज एवं स्वजन परेशान हैं।

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चादरविहीन था बेड

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परिवार नियोजन की वजह से गुरुवार को मरीजों की संख्या अधिक थी। लगाए गए 20 बेड पर मरीजों को उपलब्ध कराया जाने वाला चादर कहीं नजर नहीं आ रहा था।

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नहीं मिला चाय-नाश्ता

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रात पहुंचे मरीजों को सुबह तक चाय-नाश्ता नहीं मिल पाया था। क्षेत्र के सहसौल पंचायत से पहुंची महिला मरीज के स्वजन पूनम कुमारी, उषा देवी तथा सीमावर्ती प्रखंड बनमा ईटहरी क्षेत्र के बादशाह नगर निवासी बीबी अफसरा खातून ने पूछे जाने पर बताया कि बुधवार को ही प्रसव कराने मरीज को लेकर पीएचसी पहुंची। लेकिन गुरुवार सुबह तक मरीज को चाय नाश्ता जैसी कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जा सकी है।

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सीमावर्ती प्रखंड क्षेत्र के लोग भी है निर्भर

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वर्ष 1952 में स्थापित सोनवर्षाराज पीएचसी पर प्रखंड क्षेत्र 21 पंचायतों के अलावा सीमावर्ती प्रखंड क्षेत्र के लाखों लोगो की आबादी इलाज के लिए निर्भर हैं। हालांकि क्षेत्र में 6 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 23 उप स्वास्थ्य केंद्र स्थापित हैं लेकिन सुविधाओं के अभाव में एक बड़ी आबादी पीएचसी पर ही निर्भर है।

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क्या कहते हैं अस्पताल प्रबंधक

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इस बाबत पीएचसी प्रबंधन महबूब आलम ने बताया कि एजेंसी की मनमानी की वजह से मरीजों को समय से भोजन नाश्ता उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। शौचालय टैंक से बह रहे पानी को दुरुस्त करा लिया जाएगा। वहीं चादरविहीन बेड को लेकर बताया कि बेड पर चादर दिया जाता है। किसी कारणवश आज नहीं लगाया गया होगा।

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