लोकतंत्र की मजबूती को आगे आईं महिलाएं
सहरसा। सत्तरकटैया प्रखंड का विशनपुर गांव। समय सुबह के साढ़े सात बजे। गांव के पंगडंडियों पर कदमताल कर आगे बढ़ रहा महिलाओं का हुजूम। सिर पर आंचल लिए अपनी सरकार बनाने मतदान केंद्र की ओर उनके कदम बढ़ रहे थे।
सहरसा। सत्तरकटैया प्रखंड का विशनपुर गांव। समय सुबह के साढ़े सात बजे। गांव के पंगडंडियों पर कदमताल कर आगे बढ़ रहा महिलाओं का हुजूम। सिर पर आंचल लिए अपनी सरकार बनाने मतदान केंद्र की ओर उनके कदम बढ़ रहे थे। मौका था जिले में चौथे चरण के लिए सत्तरकटैया प्रखंड की 14 पंचायतों में मतदान का। सुबह घर का सारा कामकाज निपटाकर महिलाएं अपने आस-पड़ोस की सखियों के साथ झुंड में मतदान केंद्र पहुंच रही थी। पंचायत सरकार बनाने की संकल्प के साथ लाइन में कतारबद्ध खड़ी होकर
अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रही थी। हाथों में वोटर कार्ड लिए मतदान केंद्र पर पुरुषों को पछाड़ती आधी आबादी सब पर भारी नजर आ रही थी।
रकिया पंचायत के मोकना गांव के बूथ संख्या 20 पर रिमझिम बारिश में अपनी बारी का प्रतीक्षा करती रामपरी ने बताया कि स्वच्छ व मजबूत लोकतंत्र के लिए महिलाओं का आगे आना जरूरी है। अब वो समय नहीं रहा , जब महिलाओं को घर से ही बता दिया जाता था कि किसे वोट देना है। महिलाएं अब शिक्षित हो गई हैं। अपने विवेक का प्रयोग कर सकती हैं। वहीं लाइन में पीछे खड़ी ममता ने बताया कि मतदान को लेकर सुबह ही घर का कामकाज निपटा दिया। ताकि वोट डाल सके।
विशनपुर गांव के बूथ संख्या 140 पर पुरुषों की अपेक्षा में आधी आबादी की लाइन कहीं ज्यादा दिखी। महिलाओं का चेहरे उत्साह से चमक रहा था। जबकि प्रियवर्त उच्च विद्यालय पंचगछिया के बूथ संख्या 60 पर आधी आबादी में मतदान को लेकर जबरदस्त उत्साह दिखा। लाइन में खड़ी रेखा कुमारी ने बताया कि पंचायत के विकास के लिए जरूरी है कि महिलाएं आगे आएं। अब तो महिलाओं को पंचायत चुनाव में आरक्षण भी दिया गया है। महिलाओं के हाथों पंचायत का प्रतिनिधित्व हो तो महिलाओं का सर्वांगीण विकास होगा।