जनप्रतिनिधियों की सकारात्मक सोच से ही विकास संभव

सहरसा। सत्तरकटैया प्रखंड में चौथे चरण में मतदान होना है लेकिन पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही गांवों में नई पंचायत सरकार के गठन को लेकर सरगर्मी तेज हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 06:14 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 06:14 PM (IST)
जनप्रतिनिधियों की सकारात्मक 
सोच से ही विकास संभव
जनप्रतिनिधियों की सकारात्मक सोच से ही विकास संभव

सहरसा। सत्तरकटैया प्रखंड में चौथे चरण में मतदान होना है, लेकिन पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही गांवों में नई पंचायत सरकार के गठन को लेकर सरगर्मी तेज हो गई। युवाओं की मानें तो गांव के विकास में पंचायती राज की भूमिका अहम हो गई है। पंचायत प्रतिनिधियों के सकारात्मक सोच से ही गांव का सर्वांगीण विकास संभव है। जब तक गांवों का विकास नहीं होता, तब तक देश एवं राज्य के विकास की बात करना बेमानी होगी। पंचायत चुनाव को लेकर युवाओं ने कैसा हो अपना गांव के संबंध में खुलकर अपनी बातें रखी। सभी युवाओं ने कहा कि सबका बस एक ही सपना, सुंदर गांव हो अपना।

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फोटो: 22 एसएआर 7

गांवों के विकास में पंचायती राज व्यवस्था की अहम भूमिका हो गई है। यह तभी संभव है जब पंचायत प्रतिनिधियों में गांवों के विकास के प्रति ललक हो और वे कर्मठता के साथ कार्य करें।

पंकज शांडिल्य

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फोटो: 22 एसएआर 8

गांव का विकास तभी संभव है जब पंचायत प्रतिनिधि ग्रामीणों के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़े। चुनाव जीतने के बाद अधिकांश प्रतिनिधि अपना राज चलाने लगते है, जो गलत है।

रमण झा

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फोटो: 22 एसएआर 9

पंचायती राज व्यवस्था एक अच्छी व्यवस्था है। लेकिन आज इस व्यवस्था में भ्रष्टाचार हावी हो गया है। इस कारण यह व्यवस्था अपने मूल उद्देश्य से भटकती जा रही हैं। जो चितनीय है।

संजय झा पांडव

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फोटो: 22 एसएआर 10

सरकार ने पंचायतों के सर्वांगीण विकास करवाने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों को अधिकार तो दे दिया गया है, लेकिन उसकी सही ढ़ंग से निगरानी नहीं होने के कारण कई विकासात्मक योजनाओं का हाल बेहद खराब है।

सौरव सुमन

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