गेंहू की फसल तैयार, नही मिल रहे खरीदार

कोरोना वायरस ने किसानों की समस्या को और बढ़ा दिया है। गेहूं के खरीददार नहीं मिलने से वे औने-पौने दाम पर उसे बेचने के लिए किसान विवश हैं। सहकारिता विभाग द्वारा पैक्सों को गेंहू खरीदने के लिए अधिकृत करने के बावजूद खरीदारी नहीं हो पा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 05:39 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 05:39 PM (IST)
गेंहू की फसल तैयार, नही मिल रहे खरीदार
गेंहू की फसल तैयार, नही मिल रहे खरीदार

जागरण संवाददाता, सासाराम : रोहतास। कोरोना वायरस ने किसानों की समस्या को और बढ़ा दिया है। गेहूं के खरीददार नहीं मिलने से वे औने-पौने दाम पर उसे बेचने के लिए किसान विवश हैं। सहकारिता विभाग द्वारा पैक्सों को गेंहू खरीदने के लिए अधिकृत करने के बावजूद खरीदारी नहीं हो पा रही है। इसके चलते किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल पा रहा है। समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद नहीं होने से जिले के किसान मजबूरन अपनी मेहनत से उगाई हुई गेहूं की फसल को खुले बाजार में साहूकारों व बिचौलियों के हाथ बेचने को विवश हैं। हाड़ तोड़ मेहनत के बाद भी उसके अनाज का उचित दाम नहीं मिलने से एकबार फिर अन्नदाता निराश हैं।

1975 रुपये प्रति क्विटल है न्यूनतम समर्थन मूल्य :

वर्ष 2021 में सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1975 रुपए प्रति क्विटल तय किया है। लेकिन सरकार की एजेंसियों द्वारा खरीद शुरु नहीं किए जाने से किसानों को मजबूरी में बिचौलियों को 1600 से 1650 रुपए प्रति क्विटल के हिसाब से बेचना पड़ रहा है। इससे किसानों को लगभग साढ़े तीन सौ रुपए प्रति क्विटल का नुकसान उठाना पड़ रहा है। अब तक जिले में गेहूं की खरीद किसी एजेंसी द्वारा नहीं किए जाने से बिचौलिए हावी हो गए हैं। किसानों का कहना है कि धान का मूल्य भी नहीं मिलने के बाद में गेहूं की खेती से काफी उम्मीद थी, लेकिन किसानों को महज 16 सौ से साढ़े 16 सौ रुपये की दर से गेहूं का दाम मिल रहा है। जबकि, सरकार ने गेहूं के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति क्विटल का दर निर्धारित कर रखा है। किसानों ने बताया कि गेहूं की खेती में प्रति एकड़ करीब 10 हजार रुपये का खर्च आता है। ज्यादातर किसान कर्ज लेकर ही खेती करते हैं। इसलिए फसल कटने के साथ ही वे उत्पाद को बेचने की कोशिश शुरू कर देते हैं।

कहते हैं अधिकारी:

जिले में किसानों से गेहूं खरीद की तैयारी शुरू कर दी गई है। गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति क्विटल तय किया गया है। जल्द ही सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर सभी किसानों से गेहूं खरीद शुरू हो जाएगी।

समरेश कुमार

जिला सहकारिता पदाधिकारी- रोहतास

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