भीषण आग से दो सौ बीघे में खड़ी गेहूं की फसल जलकर राख

प्रखंड क्षेत्र के आधा दर्जन गांव के बधार में मंगलवार की दोपहर में हार्वेस्टर से कटे डंठल में आग लगाने के कारण लगभग दो सौ बीघे में गेहूं की खड़ी फसल जलकर नष्ट हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 07:03 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 07:03 PM (IST)
भीषण आग से दो सौ बीघे में खड़ी गेहूं की फसल जलकर राख
भीषण आग से दो सौ बीघे में खड़ी गेहूं की फसल जलकर राख

संवाद सूत्र, करगहर: प्रखंड क्षेत्र के आधा दर्जन गांव के बधार में मंगलवार की दोपहर में हार्वेस्टर से कटे डंठल में आग लगाने के कारण लगभग दो सौ बीघे में गेहूं की खड़ी फसल जलकर नष्ट हो गई। आग बुझाने के दौरान एक दमकल की गाड़ी भी जल गई। सबसे भयावह स्थिति बालापुर गांव के बधार में देखने को मिली। अंचलाधिकारी आगलगी की इस घटना का मुआयना करने के लिए मौके पर पहुंच गए है। आग पर काबू पाने के लिए तीन दमकल गाड़ियों को लगाया गया था। ग्रामीणों एवं दमकल के सहयोग से काफी मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया जा सका।

अंचलाधिकारी सूजेश्वर श्रीवास्तव ने बताया कि किसी ने हार्वेस्टर से कटे गेहूं के डंठल में आग लगा दी थी, तेज पछुआ हवा के चलते देख्त ही देखते आग ने भयंकर रूप धारण कर लिया और बालापुर समेत कईकई गांवों के बधार में खड़ी फसल को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपट को देखकर ग्रामीणों ने प्रशासन को इसकी सूचना दी। प्रशासन ने यथाशीघ्र दमकल गाड़ियों को भेजा। तीन दमकल गाड़ियों में एक दमकल आग की जद में आकर जल गया है। गया। अंचलाधिकारी ने बताया कि प्रखंड के बालापुर, पांजर, करुप, पहाड़ी, शहर मेंदनी, फकिला, धरहरा, महुली और सोनाडीह में गेहूं की खड़ी फसल जलने की सूचना प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि आग पर काबू पा लिया गया है। आग से प्रभावित खेतों का मुआयना कर क्षति का आकलन कराया जा रहा है। कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद प्रभावित किसानों को सरकारी प्रावधान के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा।

बालापुर के ग्रामीण रामचंद्र यादव, विकास यादव ने बताया कि गांव से उत्तर हार्वेस्टर से कटे गेहूं के डंठल में किसी ने आग लगा दी। पछुआ हवा के चलते देखते ही देखते आग ने भयावह रूप अख्तियार कर लिया और वह तेजी से फैलने लगी। आग की लपटें इतनी तेज थी कि ग्रामीणों को आग पर काबू पाने में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा था। आग बुझाने वाले लोग इधर-उधर भागकर अपने को बचाने का प्रयास भी कर रहे थे। बालापुर में सबसे अधिक क्षति हुई है। जिन किसानों के गेहूं की खड़ी फसल जलकर नष्ट हो गई, है, उनमें रामचंद्र सिंह, बैजनाथ सिंह, जगन्नाथ सिंह, वंशनारायण सिंह, सत्यनारायण सिंह, सुनीता कुंअर, शिवनाथ सिंह, जगनारायण सिंह, सोनू सिंह, दरोगा सिंह, संतोष चौबे, जगी भूषण तिवारी, टिकू चौबे, कामेश्वर चौबे, जितेंद्र चौबे ,उपेंद्र तिवारी, अवध बिहारी तिवारी ,टुनटुन सिंह यादव, जूठन सिंह, मुन्ना सिंह, संचिता मिश्रा, रामप्रवेश मिश्रा, ललन चौबे, शिवजी चौबे, राजहंस चौबे समेत कई अन्य शामिल हैं। उधर विधायक संतोष कुमार मिश्रा ने अगलगी की घटना पर गहरी चिता व्यक्त करते हुए आम लोगों से अपील की है कि जबतक गेहूं की सारी फसल कट नहीं जाती, तबतक डंठल में आग न लगाएं। वैसे भी डंठल जलाने से खेत की उर्बरा शक्ति क्षीण हो रही है। फसल के मित्र कीट जल जाते है। जिससे किसानों को काफी क्षति होती है। उन्होंने अंचलाधिकारी को फोन कर प्रखंड के सभी प्रभावित किसानों को यथाशीघ्र मुआवजा राशि उपलब्ध कराने की बात कही।

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