.. अब सासाराम में भी पुल पर दौड़ेगी रेलगाड़ी
अगर समय से सबकुछ ठीकठाक रहा तो अगले डेढ़ से दो वर्ष के अंदर सासाराम में भी पुल पर रेलगाड़ी दौड़ेगी। आरा-सासाराम रेलखंड के लिए स्वीकृत रेलवे फ्लाई ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। इस फ्लाई ओवर ब्रिज के बन जाने से गया की ओर से आरा के लिए आने-जाने वाली ट्रेनों के परिचालन में सहूलियत हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, सासाराम : रोहतास। अगर समय से सबकुछ ठीकठाक रहा तो अगले डेढ़ से दो वर्ष के अंदर सासाराम में भी पुल पर रेलगाड़ी दौड़ेगी। आरा-सासाराम रेलखंड के लिए स्वीकृत रेलवे फ्लाई ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। इस फ्लाई ओवर ब्रिज के बन जाने से गया की ओर से आरा के लिए आने-जाने वाली ट्रेनों के परिचालन में सहूलियत हो जाएगी। साथ ही आरा-सासाराम सेक्शन पर ट्रेनों की संख्या में इजाफा होने का भी रास्ता साफ हो जाएगा। लगभग पांच किलोमीटर लंबे फ्लाई ओवर का निर्माण पर तकरीबन साढ़े छह अरब रुपये खर्च किए जाएंगे। एक वर्ष पूर्व अधिग्रहित की गई थी भूमि :
डीएफसीसीआइएल ( डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर कारपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड) के माध्यम से बनने वाले फ्लाई ओवर ब्रिज को ले एक वर्ष पूर्व रेलवे द्वारा भूमि अधिग्रहित करने काम पूरा किया गया था। इसके लिए मदैनी, अहरांव, शुंभा, धुआं व करमडिहरी मौजा से जुड़ी भूमि को अधिग्रहित किया गया है। डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर रेल लाइन पर मालवाहक ट्रेनों का परिचालन निर्बाध रूप से हो इसे देखते हुए सासाराम में रेलवे फ्लाई ओवर ब्रिज बनाने का प्रस्ताव डीएफसीसी के अधिकारियों ने लगभग सात वर्ष पूर्व प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा था, जिससे डीएफसीसी रेललाइन के साथ-साथ आरा-सासाराम रेलखंड पर भी ट्रेन परिचालन सही सलामत हो सके। फ्लाई ओवर ब्रिज व उससे संबंधित रेल लाइन करमडिहरी गांव से मदैनी रेलवे गुमटी होते हुए दक्षिणी किनारा से सासाराम स्टेशन पुल के उपर से रेल लाइन बिछा परिचालन को यथावत रखा जा सके। प्रस्ताव पर मंत्रालय ने मुहर लगाते हुए योजना पर कार्य कराने के लिए वित्तीय वर्ष 2018-19 की आम बजट में इसे शामिल किया था। फ्लाई ओवर ब्रिज के सर्वे कार्य पर लगभग दस लाख रुपये खर्च किए गए थे। कहते हैं अधिकारी :
सासाराम में रेलवे फ्लाई ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। आरएफओबी के बन जाने से आरा-सासाराम रेलखंड पर ट्रेन परिचालन को सुगम बनाने में रेलवे को सहूलियत हो जाएगी। फ्लाई ओवर ब्रिज के निर्माण पर लगभग साढ़े छह अरब रुपये खर्च होंगे। ब्रिज का निर्माण कार्य डीएफसीसीआइएल के माध्यम से किया जा रहा है।
अजित कुमार मिश्र,
महाप्रबंधक डीएफसीसीआइएल, डीडीयू