नहीं बना थीम पार्क, पर्यटक हो रहे मायूस

रोहतास। ताराचंडी धाम में थीम पार्क बनाने की योजना तीन वर्ष में भी आकार नहीं ले सका है। जिस

By JagranEdited By: Publish:Wed, 09 Dec 2020 11:20 PM (IST) Updated:Wed, 09 Dec 2020 11:20 PM (IST)
नहीं बना थीम पार्क, पर्यटक हो रहे मायूस
नहीं बना थीम पार्क, पर्यटक हो रहे मायूस

रोहतास। ताराचंडी धाम में थीम पार्क बनाने की योजना तीन वर्ष में भी आकार नहीं ले सका है। जिससे यहां दर्शन करने पहुंचने वाले पर्यटकों को धाम का पर्याप्त आनंद नहीं मिल पाता है। यही नहीं वातानुकूलित गेस्ट हाउस समेत अन्य कार्य भी अबतक पूरा नहीं हो सका है। जबकि जिला प्रशासन के पहल पर पर्यटन विभाग की आर्किटेक्ट टीम जनवरी 2018 में ताराचंडी धाम पहुंच स्थल का मुआयना कर थीम पार्क बनाने की संभावनाओं की तलाश की थी। उस वक्त सासारामवासियों में खुशी व्याप्त थी कि धाम का विकास होने से यहां पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होगा।

इस पार्क में मांझर कुंड, मां मुंडेश्वरी मंदिर की कलाकृति, रोहतास फोर्ट, शेरगढ़ का किला, देव सूर्य मंदिर की कलाकृति, गुप्ताधाम की कलाकृति समेत धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों से संबंधित आकृति प्रदर्शित करने की योजना आर्किटेक्ट टीम द्वारा बनाई गई थी, ताकि पर्यटक जो भी यहां पहुंचे वे ताराचंडी धाम के साथ-साथ इन स्थलों के बारे में भी जानकारी ले सके। धाम कमेटी सदस्यों की माने तो ताराचंडी धाम में थीम पार्क बनाने का प्रस्ताव पूर्व से लंबित है। इस संबंध में पर्यटन विभाग की टीम द्वारा तीन वर्ष पूर्व स्थल मुआयना भी किया गया था, लेकिन इस दिशा में अबतक कोई पहल नहीं किया जा सका है।

धाम में प्रत्येक वर्ष 20 लाख से अधिक श्रद्धालु व पर्यटक कई प्रांतों से आते हैं। इन्हें यहां अन्य धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों से संबंधित आकृतियां देखने को मिलेगी। साथ ही मनोरंजन की सुविधा उपलब्ध होगी। थीम पार्क के अलावा ताराचंडी धाम में वातानुकूलित गेस्ट हाउस समेत अन्य विकासात्मक कार्य भी प्रस्तावित है। अगर स्वीकृत व प्रस्तावित योजनाएं पूरी हो जाती हो जाती है तो पर्यटक व श्रद्धालु यहां आने के लिए आकर्षित होंगे। यही नहीं थीम पार्क बन जाने से रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे। जिले का पहला पार्क होगा। क्योंकि यहां से सटे अशोक का लघु शिलालेख समेत अन्य ऐतिहासिक व अन्य धार्मिक स्थल पास में ही अवस्थित है।

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